स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 3 October 2013 09:20:04 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति मंत्री चंद्रेश कुमारी कटोच ने आज यहां भारतीय धरोहर ऑनलाइन परियोजना का शुभारंभ किया। परियोजना के तहत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण गूगल कंपनी के साथ मिलकर अजंता और एलोरा की गुफाओं, खजुराहो और ताजमहल समेत भारत के 100 अति-महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धरोहरों की 360 डिग्री की तस्वीरें ऑनलाइन उपलब्ध कराएगा। इस अवसर पर कटोच ने कहा कि ऐतिहासिक धरोहरों की ये तस्वीरें आम लोगों के लिए इंटरनेट पर उपलब्ध कराई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य देश की इन धरोहरों को बचाए रखने के प्रति लोगों खासकर युवाओं के बीच जागरूकता और रूचि पैदा करना है। इंटरनेट पर उपलब्ध कराई गई जानकारियों से आम लोगों को ऐतिहासिक इमारतों के साथ जोड़ा जा सकेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि ऑनलाइन परियोजना से देश-विदेश में अरबों लोग भारत के विविधता भरे ऐतिहासिक धरोहरों को इंटरनेट के जरिए आसानी से देख सकेंगे, जो कि एक सुखद अनुभव होगा।
संस्कृति मंत्री ने कहा कि भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण बदलते समय के साथ खुद को ढालता आया है और भारत की समृद्ध ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण और प्रचार के लिए साझेदारी के अपने अभियान को पूरी शिद्दत के साथ आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि पुरातत्व सर्वेक्षण देश के 3678 ऐतिहासिक इमारतों के संरक्षण और रखरखाव की बड़ी भूमिका निभा रहा है। गूगल के नक्शे पर भारत की ऐतिहासिक इमारतों की नई तस्वीरें जारी हो जाने से देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में लोग इन्हें आसानी से देख सकेंगे और भारत के हजारों वर्ष पुराने इतिहास के बारे में और अधिक जानकारी हासिल कर पाएंगे।
संस्कृति मंत्रालय में अपर सचिव केके मित्तल ने कहा कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण और अनुसंधान के क्षेत्र में भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण देश की अग्रणी संस्था है। ऐतिहासिक इमारतों, पुरातात्विक स्थलों और इनके भग्नावशेषों को संरक्षित करना इसकी प्रमुख जिम्मेदारी है। विभाग ने देश में 3678 ऐतिहासिक इमारतों को संरक्षित इमारत घोषित कर रखा है, इनमें से 20 विश्व धरोहर की श्रेणी में हैं। हाल ही में यूनेस्को ने राजस्थान के 6 किलों को विश्व धरोहर की श्रेणी में डाला है।