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Saturday 19 October 2013 09:37:14 AM
नई दिल्ली। असम के कोकराझार और राज्य में बोडो क्षेत्र के चिरांग जिलों और मणिपुर में उखरूल क्षेत्र के शंगशाक से राष्ट्रीय एकता यात्रा में भाग ले रहे 42 विद्यार्थियों के समूह ने आज राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारत का पूर्वोत्तर क्षेत्र सुंदरता, वन्य और वनस्पति, समृद्ध संस्कृति, नृत्य और संगीत आदि में समृद्ध है, यह दुर्भाग्य की बात है कि इस क्षेत्र में कुछ समय टकराव और हिंसा का वातावरण बना रहा। उन्होंने दिल्ली की शान से अवगत कराने के लिए इन क्षेत्रों के विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय एकता यात्रा आयोजित करने के आयोजनकर्ताओं की सराहना की।
राष्ट्रपति ने कहा कि दिल्ली के इतिहास से भारत के लोगों की विशेषताओं और गुणों का पता चलता है, इनमें पूर्वोत्तर के लोग भी शामिल हैं, यह इतिहास कभी भी धूमिल नहीं हुआ और समय-समय पर मुश्किलों की चुनौतियों से निपटकर संवरा और निखरा है। उन्होंने कहा कि भारत, पुरातन सभ्यताओं में से एक है और यह आधुनिक विश्व में अग्रणी राज्य बनने का प्रयास कर रहा है। उत्तर पूर्व के राज्यों के लोग और बच्चे इस पुरातन और अब आधुनिक बन रहे भारत के अभिन्न अंग हैं। मणिपुर के विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय एकता यात्रा का आयोजन 16 असम राईफल्स और असम के विद्यार्थियों के लिए 2 राजपूत (काली चिंदी) ने किया।