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Tuesday 22 October 2013 09:49:46 AM
नई दिल्ली। पीपावाव रेलवे कॉरपोरेशन ने रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खडगे को 4.90 करोड़ रूपये के पहले अंतरिम लाभांश का चैक दिया है। कॉरपोरेशन के अध्यक्ष और रेलवे बोर्ड के सदस्य यातायात डीपी पांडे और कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज मालवीय ने आज नई दिल्ली में एक समारोह में खड़गे को वित्त वर्ष 2013-14 के लिए अंतरिम लाभांश का यह चैक सौंपा। इस अवसर पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह बहुत ही उत्साहजनक बात है कि यह संयुक्त उद्यम लाभांश कमाने की स्थिति में आ गया है। यह कंपनी सरकार-निजी क्षेत्र भागीदारी के प्रयास की सफलता का प्रतीक है। अवसंरचना विकास से संबंधित ऐसी परियोजनाओं के लिए सरकार-निजी क्षेत्र की भागीदारी की आवश्यकता है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अरूणेंद्र कुमार ने भी कॉरपोरेशन की सफलता की सराहना की।
अंतरिम लाभांश की राशि को कंपनी के शेयर धारकों की हाल में हुई बैठक में मंजूरी दी गई। इस अवसर पर अन्य के अलावा रेलवे बोर्ड के सदस्य तथा रेलवे और कॉरपोरेशन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। कंपनी ने कर-पूर्व 67.36 करोड़ रूपये का मुनाफा कमाया है। कर अदा करने के बाद मुनाफा 46.41 करोड़ रूपये बैठता है। इकतीस मार्च 2013 को कंपनी की शुद्ध संपत्ति 207 करोड़ रूपये है। वर्ष 2012-13 के दौरान कंपनी ने पीपावाव मार्ग पर 68.60 लाख टन माल ढोया और माल भाड़े की गतिविधियों से 178.98 करोड़ रूपये की आमदनी प्राप्त की, जबकि 2011 में कंपनी ने 68.30 लाख टन माल ढोया, जिससे कंपनी को 151.28 करोड़ रूपये की आमदनी हुई। आर्थिक मंदी के बावजूद कंपनी की 2012-13 की आमदनी 2011-12 की आमदनी से 18 प्रतिशत अधिक रही।
पीपावाव रेलवे कॉरपोरेशन लिमिटेड कंपनी का गठन एक संयुक्त उद्यम कंपनी के रूप में हुआ था, जिसमें रेल मंत्रालय और गुजरात पीपावाव पोर्ट लिमिटेड की हिस्सेदारी थी। इस संयुक्त कंपनी को सुरेंद्रनगर और पीपावाव बंदरगाह के बीच 271 किलोमीटर लंबी बड़ी लाइन का निर्माण, संचालन और रख-रखाव का कार्य सौंपा गया था। इस विशेष प्रयोजन माध्यम साधन यानी कंपनी का गठन सरकार-निजी क्षेत्र भागीदारी के अंतर्गत किया गया था और यह पहला बड़ा संयुक्त उद्यम है। पीपावाव रेलवे कॉरपोरेशन लिमिटेड कंपनी ने अप्रैल 2003 में शुरू हुई सुरेंद्रनगर-पीपावाव रेल लाइन परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा किया।
चालू वित्त वर्ष में सितंबर, 2013 तक कंपनी लगभग 42.30 लाख टन माल ढो चुकी है, जिससे इसे लगभग 112.86 करोड़ रूपये की आमदनी हुई है। पिछले वर्ष इसी अवधि में कंपनी ने लगभग 31.10 लाख टन माल ढोया था और इसे लगभग 78.57 करोड़ रूपये की आमदनी हुई थी। इस प्रकार चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले कंपनी ने 36 प्रतिशत अधिक माल ढोया और 44 प्रतिशत अधिक आमदनी हासिल की। कंपनी के खातों की लेखा परीक्षा भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक द्वारा की जाती है और पिछले लगातार तीन वर्षों में कंपनी के बारे में कोई भी टिप्पणी नहीं की गई है।
यह कंपनी कंटेनर-रेलगाड़ी की संचालक कंपनी है और डबल कंटेनर ढोने वाली रेलगाड़ी का संचालन करती है। पहली डबल कंटेनर रेलगाड़ी 17 जुलाई, 2013 को एपीएम टर्मिनल पीपावाव से शुरू हुई थी और अब यह नियमित रूप से चल रही है। निर्यात-आयात की बढ़ती मात्रा को देखते हुए कंपनी ने सुरेंद्रनगर-पीपावाव खंड पर रेल मार्ग की क्षमता बढ़ाने की योजना बनाई है। यह कार्य पश्चिमी रेलवे अगले तीन वर्षों में चरणबद्ध तरीके से पूरा करेगा।