स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 28 October 2013 11:54:23 AM
अहमदाबाद। भारतीय नौसेना की पश्चिमी नौसैन्य कमान के वार्षिक नौसेना युद्धाभ्यास का कल महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्र तटीय क्षेत्रों में समापन होगा। ''डिफेंस ऑफ गुजरात एक्सरसाईज'' नामक एक सप्ताह लंबे युद्धाभ्यास में भारत के पश्चिमी तट में उत्तरी तटीय राज्यों में मौजूद महत्वपूर्ण परिसम्पत्तियों की रक्षा और तटीय संघर्ष के दौरान पश्चिमी नौसेना कमान की संचालन तैयारियों को परखा गया।
पश्चिमी कमान के कमांडिंग फ्लैग ऑफिसर (एफओसीडब्ल्यूएफ) के निर्देशन में बड़े युद्धपोत, दिल्ली क्लॉस विध्वंसक, तैग और गोदावरी के अलावा 22वीं किल्लर स्क्वॉडर्न के सशक्त मिसाइल युद्धपोतों, पैट्रोल और माइंस स्वीपर्स जैसे वाहनों ने महाराष्ट्र और गुजरात नौसैन्य क्षेत्र के कमांडिंग फ्लैग ऑफिसर (एफओएमएजी) के तहत इस अभ्यास में भाग लिया। सुरक्षा निगरानी के मामले में विभिन्न गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कोस्ट गार्ड पैट्रोल वैसल्स ने बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। इस दौरान, नौसैनिक पोतों के अलावा टीयू-142एमएस, आईएल-38एसडीएस, आईएन और सीजी डोरनियर्स के द्वारा सघन उडान गतिविधियों जैसे अभ्यासों पर भी खास जोर दिया गया।