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Friday 15 November 2013 03:13:32 AM
नई दिल्ली। भारत के रक्षा मंत्री एके एंटनी आईएनएस विक्रमादित्य के जलावतरण और रक्षा मामलों पर बातचीत के लिए रुस यात्रा पर गए हैं। रक्षा मंत्री भारतीय नौसैनिक जहाज विक्रमादित्य के जलावतरण और भारत-रुस के बीच तकनीकी सैनिक सहयोग (आईआरआईजीसी-एमटीसी) की 13वीं बैठक में भाग लेने कल रुस की चार दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली से रवाना हुए। एके एंटनी रुस के रक्षा मंत्री सर्जी शोइगू के साथ बैठक की अध्यक्षता करेंगे। जलावतरण समारोह सेनमैश शिपयार्ड, सेवरोदविंस्क में शनिवार को होगा और आईआरआई-एमटीसी की बैठक सोमवार को मॉस्को में होगी।
एके एंटनी के साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी है। नौसेनाध्यक्ष एडमिरल डीके जोशी और रक्षा सचिव आरके माथुर आईएनएस विक्रमादित्य के जलावतरण के समय मौजूद रहेंगे। रुस के उप प्रधानमंत्री डॉ दिमीत्री रोगोजिन और रक्षा मंत्री शोइगू भी इस ऐतिहासिक घटना को देखने के लिए मौजूद रहेंगे। आईआरआई-एमटीसी बैठक में वर्तमान रक्षा परियोजनाओं और दोनों के बीच रक्षा सहयोग से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। दोनों पक्ष क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग मजबूत बनाने के लिए वर्ष 2000 में आईआरआई-एमटीसी की स्थापना की गई थी, तब से दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के स्तर पर भारत और रुस में हर वर्ष इसकी बैठक हो रही है।