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Friday 15 November 2013 03:48:38 AM
नई दिल्ली। महिला और बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने बाल दिवस पर वात्सल्य मेले में 23 बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धि के लिए राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान किए। मेले का आईएनए मार्केट के नजदीक दिल्ली हाट में शुभांरभ हुआ। बाल पुरस्कार हर वर्ष शिक्षा, कला, संस्कृति और खेल-कूद सहित विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियों के लिए 4 से 15 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों की शुरूआत 1996 में की गई थी। पुरस्कार में स्वर्ण पदक के साथ 20,000 रूपये नकद और एक प्रशस्ति पत्र तथा 21 रजत पदक के साथ 10,000 रूपये नकद और प्रशस्ति पत्र शामिल है।
इस अवसर पर कृष्णा तीरथ ने कहा कि वात्सल्य मेला पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन पर आयोजित किया जाता है, जिसे बाल-दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू भारत में बच्चों के कल्याण, शिक्षा और विकास को लेकर काफी भावुक थे। उनका मानना था कि भारत में प्रत्येक बच्चे को मुफ्त और अनिवार्य प्राइमरी शिक्षा मिलनी चाहिए और उनके प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए भारत के गांवों में कई स्कूलों का निर्माण हुआ। उन्होंने 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को यौन अपराधों से बचाने और उनकी सुरक्षा के लिए पीओसीएसओ अधिनियम 2012 सहित बच्चों के कल्याण और विकास के लिए मंत्रालय की अनेक योजनाओं की जानकारी दी।
शतरंज के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धि के लिए दिल्ली के मास्टर हर्षल साहनी को स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। जिन 21 बच्चों को रजत पदक प्रदान किए गए उनमें 10 लड़कियां शामिल हैं। इन बच्चों में आंध्र प्रदेश की कुमारी एस हर्षिता रेड्डी, असम के मास्टर धनराज सहरिया, चंडीगढ़ की कुमारी एम श्रद्धा, छत्तीसगढ़ की कुमारी अंजली यादव, दमन और दीव के मास्टर हार्दिक जे प्रकाश नायर, दिल्ली के मास्टर एए अरविंदा लोचानन, गुजरात के मास्टर वैष्णव चिन्मय सुरीलभाई, हरियाणा की कुमारी हरनाम सिंह, हिमाचल प्रदेश के मास्टर कुशाग्र रस्तोगी, जम्मू कश्मीर की कुमारी करीहा जावेद, झारखंड की कुमारी सिम्पी कुमारी, कर्नाटक की कुमारी पूजा जी प्रभु, केरल के मास्टर अक्षय वीए, महाराष्ट्र के मास्टर उस्मान हनीफ पटेल, मणिपुर की कुमारी खगेमबाम बिंटा देवी, ओडिशा की कुमारी हर्षा पटनायक, पंजाब के मास्टर चिराग गुप्ता, राजस्थान की कुमारी मेघा गुप्ता, तमिलनाडु की कुमारी आर अजीथा, उत्तर प्रदेश के मास्टर प्रणय फर्तेयाल और पश्चिम बंगाल के मास्टर मित्रभा गुहा शामिल हैं।
महिला और बाल विकास मंत्री ने विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने इतनी छोटी उम्र में समपर्ण की भावना का परिचय दिया है और वे अन्य बच्चों के साथ-साथ बड़ों के लिए भी प्रेरणा स्रोत हैं। पुरस्कार समारोह के दौरान मंत्रालय में सचिव नीता चौधरी, अतिरिक्त सचिव प्रीति सूदन तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।