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Wednesday 20 November 2013 09:45:42 AM
नई दिल्ली। विमानवाहक आईएनएस विक्रमादित्य के जलावतरण के लिए भारतीय नौसेना की सराहना करते हुए रक्षा मंत्री एके एंटनी ने आज कहा कि मिग-29के विमानों से लैस इस विमानवाहक के बल पर भारतीय नौसेना की युद्धक क्षमता में कई गुना वृद्धि हुई है। नौसेना कमांडरों के सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए एंटनी ने कहा कि पिछले छह माह के दौरान नौसेना ने पी 81 विमान सहित विविध आकर्षक प्लेटफार्मों को शामिल किया है और इसने गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में तैयार ऑफ शोर पेट्रोल वेस्सेल को भी शामिल किया है। आने वाले महीनों में पी 15ए, कोलकाता के पहले जहाजों और पी 28 कामोर्ता को नौसेना में शामिल किया जाएगा। अतिरिक्त पी 81 और उन्नत जेट प्रशिक्षक विमान भी शामिल किए जाएंगे।
एंटनी ने कहा कि बारह अगस्त 2013 को हमारे स्वदेशी विमानवाहक की शुरुआत करना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इसके बल पर भारत उन छह देशों के समूह में शामिल हो गया, जो विमानवाहकों के डिजाइन तैयार करके उसका संचालन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल वे सभी 45 नौसेना जहाज जो निर्माणाधीन हैं, वे इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि जहाज निर्माण की हमारी स्वदेशी क्षमता सराहनीय है। एंटनी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि नौसेना के शीर्ष कमांडर कमियों वाले क्षेत्रों की ओर ध्यान देंगे और भविष्य की योजनाओं को तैयार करने में मदद करेंगे।