स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 9 December 2013 05:43:04 AM
नई दिल्ली। भारत के पहले स्वदेश विकसित और निर्मित हल्के लड़ाकू विमान तेजस ने सीधे हवा से हवा में मिसाइल के जरिए लक्ष्य भेदकर एक और उपलब्धि हासिल कर ली। इस विमान का डिजाइन भी भारत ने ही विकसित किया है। इसका देश में ही विकास और निर्माण किया गया है। तेजस का यह परीक्षण अरब सागर में गोवा तट के निकट किया गया। तेजस अपनी तरह का पहला विमान है, जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने बंगलुरू की एरोनॉटिकल विकास एजेंसी और निर्माण सहयोगी एचएएल के साथ मिलकर विकसित किया है।
रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार और रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग में सचिव अविनाश चंदर ने टीम को बधाई देते हुए कहा कि तेजस से मिसाइल के इस लांच और पहले निशाने में ही लक्ष्य भेदने के साथ ही हमने एलसीए (हल्का लड़ाकू विमान) तेजस की संपूर्ण हथियार प्रणाली क्षमता दिखा दी है। तेजस संचालन संबंधी मंजूरी के बाद हथियार छोड़ने संबंधी परीक्षण के दौर से गुजर रहा है। लक्ष्य की खोज करने के काम आने वाले पायलट रहित लड़ाकू विमान लक्ष्य को भी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने विकसित किया है।