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केंद्रीय मंत्री सीस राम ओला के देहांत पर शोक

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Sunday 15 December 2013 10:31:24 AM

manmohan singh laying wreath at the mortal remains of the sis ram ola

नई दिल्‍ली। राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्‍ट्रपति एम हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, केंद्रीय कैबिनेट ने केंद्रीय मंत्री सीस राम ओला के निधन पर शोक व्‍यक्‍त किया है। उनकी पत्‍नी शिवबाइ ओला को भेजे शोक संदेश में राष्‍ट्रपति ने कहा है वे हमारे वर्षों पुराने मित्र और सहयोगी थे। ओला ने कांग्रेस के एक वरिष्‍ठ नेता, सांसद और केंद्र सरकार एवं राजस्‍थान सरकार में मंत्री के रूप में लंबे अरसे तक लोगों और राष्‍ट्र की सेवा में योगदान किया। उन्‍होंने कहा कि राजस्‍थान के लोगों के कल्‍याण और राज्‍य के विकास के लिए उनके प्रयासों को हमेशा याद किया जायेगा, उन्‍होंने बालिकाओं की शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए।
उपराष्‍ट्रपति एम हामिद अंसारी ने केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री सीस राम ओला की मृत्‍यु पर गहरा शोक व्‍यक्‍त किया है। उन्‍होंने शोक संदेश में ओला को एक लोकप्रिय राजनीतिक नेता बताया जो जन-जन की सेवा में लगे रहे। वे अनेक बार लोकसभा और राजस्‍थान विधानसभा के लिए चुने गए और उन्‍होंने केंद्रीय मंत्री एवं राज्‍य सरकार में मंत्री के रूप में जनसेवा में महत्‍वपूर्ण योगदान किया। केंद्रीय कैबिनेट ने भी सीस राम ओला की मृत्‍यु पर शोक प्रस्‍ताव पारित किया। राजस्‍थान के झुनझुनु शहर के निवासी थे। दिल्‍ली और राज्‍यों संघ शासित प्रदेशों की राजधानियों में आज उनके शोक में राष्‍ट्रीय घ्‍वज आधा झुका रहा।
कैबिनेट ने पारित प्रस्‍ताव में कहा है कि सीस राम ओला का जन्‍म 30 जुलाई 1927 को राजस्‍थान के झुनझुनु जिले में अरदावटा गांव में हुआ था। वे एक किसान थे और महान राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता थे, जिन्‍होंने अपना समूचा जीवन लोगों के उत्‍थान में व्‍यतीत किया। ओला 1996 में झुनझुनु से लोकसभा के लिए चुने गए थे। वे 12वीं, 13वीं, 14वीं और 15वीं लोकसभा के लिए इसी निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए। उन्‍होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल में रसायन और उर्वरक (1996-97), जल संसाधन (1997-98), श्रम और रोज़गार (मई 2004 से नवंबर 2004), खान मंत्री (नवंबर 2004 से मई 2009) और श्रम एवं रोज़गार मंत्री (17 जून 2013 से जीवन पर्यंत) के रूप में काम किया।
सीस राम ओला को सामाजिक सेवा और लोगों की सेवा के क्षेत्र में योगदान के लिए 1968 में पद्मश्री से भी सम्‍मानित किया जा चुका है। राजस्‍थान के ग्रामीण क्षेत्रों में बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने में उनके योगदान के लिए उन्‍हें इंदिरा गांधी बालिका निकेतन पुरस्‍कार भी प्रदान किया गया। राजनीतिक जगत में ओला को अत्‍यंत सम्‍मानित व्‍यक्ति के रूप में देखा गया है। रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खरगे ने भी सीस राम ओला के निधन पर शोक व्‍यक्‍त किया है। खरगे ने कहा कि सीस राम ओला ने अनेक वर्ष सार्वजनिक सेवा में बिताये और आम आदमी के कल्‍याण के लिए काम किया। ओला जमीन से जुड़े नेता थे और समाज के सभी वर्गों की सेवा के प्रति वचनबद्ध थे।

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