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Thursday 26 December 2013 12:15:25 AM
नई दिल्ली। सरकार ने किशोरी क्लबों का औपचारिक मूल्यांकन नहीं किया है। यूनीसेफ की एक रिपोर्ट के अनुसार 11727 किशोरी समूह, जिनमें 238000 लड़कियां हैं, असम, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, गुजरात एवं महाराष्ट्र राज्यों में प्रचालित हैं। महिला और बाल विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा तीरथ के अनुसार सरकार ने केंद्रीय प्रायोजित स्कीम, राजीव गांधी किशोरी सशक्तीकरण स्कीम-सबला वर्ष 2010-11 में प्रायोजिक आधार पर शुरू की। स्कीम में दो प्रमुख घटक पोषण एवं गैर-पोषण घटक शामिल हैं और यह सभी राज्यों, संघ राज्य क्षेत्रों के 205 जिलों में क्रियांवित है।
सबला स्कीम के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों पर किशोरियों को जीवन कौशल शिक्षा, पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा, अन्य सामाजिक कानूनी मुद्दों आदि पर अवसर प्रदान करने के लिए किशोरी समूह गठित किए गए हैं। देश में सबला के तहत 3.9 लाख किशोरी समूह प्रचालित हैं। स्कीम की शुरूआत से सबला के तहत राज्यों, संघ राज्य क्षेत्रों को 1878.58 करोड़ रूपए निर्मुक्त किए जा चुके हैं। रिपोर्टों के अनुसार प्रतिवर्ष लगभग 100 लाख किशोरियों को स्कीम के अंतर्गत लाभ दिए जाते हैं।