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Thursday 26 December 2013 12:30:12 AM
नई दिल्ली। सिक्किम राज्य सहित भारत का पूर्वोत्तर क्षेत्र समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों एवं जैव विविधता का भंडार एवं विभिन्न जनजातियों और संस्कृतियों का समामेलन है, मगर यह अभी भी आमतौर पर अनन्वेषित क्षेत्र है, जिसमें वन्य जीव अभयारण्य, रोमांचकारी पर्यटन परिसंपत्तियां, विविध सांस्कृतिक विरासत, बहुआयामी मेले एवं उत्सव, विश्व प्रसिद्ध बौद्ध मठ आदि के रूप में अनेक पर्यटन आकर्षण हैं। इसमें घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन दोनों के लिए व्यापक संभावना है।
पर्यटन राज्य मंत्री के चिरंजीवी ने बताया है कि पर्यटन मंत्रालय के विदेश में 14 कार्यालय हैं। ये कार्यालय एम्सटर्डम, बीजिंग, दुबई, फ्रैंकफर्ट, जोहांसबर्ग, लंदन, लॉस एंजिल्स, मिलान, न्यूयार्क, पेरिस, सिंगापुर, सिडनी, टोक्यो एवं टोरंटो में स्थित हैं। इन कार्यालयों का मुख्य कार्य महत्वपूर्ण पर्यटन मार्केटों में भारत को पसंदीदा गंतत्व के रूप में स्थान दिलाना और इस प्रकार विश्व के पर्यटन में भारत की हिस्सेदारी में वृद्धि करना है।
विदेश में कार्यालय कई संवर्धनात्मक गतिविधियां चलाते हैं, जिनमें स्थानीय प्रिंट, इलैट्रॉनिक, आन लाइन एवं आउटडोर मीडिया में विज्ञापन देना, यात्रा मेलों एवं प्रदर्शनियों में भागीदारी करना, रोड शो, भारत परिचय संबंधी सेमिनारों एवं कार्यशालाओं का आयोजन करना, भारतीय भोजन एवं सांस्कृतिक उत्सवों का आयोजन एवं समर्थन करना, ब्रोशरों का प्रकाशन, संयुक्त विज्ञापन और ब्रोशर समर्थन देना और मंत्रालय के आतिथ्य कार्यक्रम के तहत देश की यात्रा करने के लिए मीडिया हस्तियों, टूर प्रचारकों और विचारकों को आमंत्रित करना शामिल है।