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Sunday 18 September 2016 10:43:52 AM
श्रीनगर। भारत में पठानकोट एयरबेस पर छद्म हमले के बाद पाकिस्तान ने अपने वैसे ही हथियारबंद आत्मघाती आतंकवादियों से जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना के सबसे सुरक्षित उरी क्षेत्र बटालियन मुख्यालय पर आज तड़के उस समय हमला कराया, जब सैनिक अपनी ड्यूटियों की अदला-बदली में व्यस्त थे। हमले में सेना के 17 जवान शहीद हो गए और 19 घायल हुए हैं। सेना ने त्वरित कार्रवाई की और चारों पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया है। सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रनबीर सिंह ने उरी हमले के पीछे प्रथम दृष्टया पाकिस्तान की सेना के सहयोग से कश्मीर में घुसपैठ कर आतंक फैला रहे आतंकवादी संगठन जैश ए मुहम्मद का हाथ माना है। आतंकवादियों के मारे जाने की जगह से चार एके-47 राइफलें, चार अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर्स और पाकिस्तान निर्मित सामान बरामद हुआ है। ज्यादातर भारतीय सैनिक आतंकवादियों के सेना के कैंप पर फेंके गए ग्रेनेडों से आग की चपेट में आने से मारे गए हैं। हमले के बाद पाकिस्तानी सेना के डीजीएमओ से भी बात की गई, जिसके बाद भारतीय डीजीएमओ ने कहा है कि भारतीय सेना इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देगी। इस घटना से देशभर में गुस्सा है और जगह-जगह पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं, जबकि पाकिस्तान ने इस हमले में अपने हाथ से साफ-साफ इंकार किया है।
जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना का उरी कैंप सेना के ब्रिगेड मुख्यालय से कुछ ही मीटर की दूरी पर है। सेना ने बताया कि सुबह करीब पांच बजे के आस-पास की यह घटना है। हमले के समय डोगरा रेजीमेंट के जवान एक तंबू में सोए हुए थे, जिसमें विस्फोट के चलते आग लग गई और आग पास की बैरकों तक फैल गई। सेना की उत्तरी कमान ने बताया कि भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह ने सेना की उरी यूनिट के प्रशासनिक बेस के पिछले हिस्से को निशाना बनाया है, उस समय प्रशासनिक बेस में विभिन्न यूनिटों के सैनिक बड़ी संख्या में मौजूद थे जो अपनी ड्यूटी बदल रहे थे। यहां सैनिक तंबुओं और अस्थाई शिविरों में रहते हैं। इस स्थान पर हमले की योजना कश्मीर के अलगाववादियों की सुरागरसी के बगैर असंभव मानी जा रही है, जिसे कश्मीर में हाल ही में घुंसे पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अंजाम दिया। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग उरी पहुंच गए हैं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हमले से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के लिए आपात बैठक की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इसमें शामिल लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। गौरतलब है कि पांच दिसंबर 2014 को पाकिस्तानी आतंकवादियों ने दो साल पहले भी यहीं के मोहरा क्षेत्र में इसी तरह का हमला किया था, जिसमें 10 जवान शहीद हुए थे।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उरी हमले के मद्देनजर अपना रूस और अमेरिका दौरा रद्द कर दिया है। राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से भी बात की है। गृहमंत्री कल से रात चार दिन की रूस यात्रा पर जाने वाले थे, इसके बाद उनको भारत-अमेरिका आंतरिक सुरक्षा वार्ता के लिए 26 सितंबर को अमेरिका जाना था। राजनाथ सिंह ने कहा है कि जम्मू कश्मीर की स्थिति को ध्यान में रखते हुए और उरी में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर मैंने अपना रूस और अमेरिका जाने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। गृहमंत्री ने बताया कि उन्होंने गृह सचिव राजीव महर्षि और मंत्रालय के अन्य अधिकारियों को जम्मू कश्मीर की स्थिति पर बराबर नज़र रखने को कहा है। गृहमंत्री की आपात बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, सेना, अर्द्धसैनिक बलों और गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि पाकिस्तान युद्ध के हालात पैदा कर रहा है। सुरक्षाबलों के हाथों हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी को ढेर किए जाने के बाद से कश्मीर घाटी में अशांति बनी हुई है। सुरक्षाबलों और नागरिकों के बीच हुए संघर्ष में अब तक करीब 80 लोगों की मौत हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि कश्मीर घाटी में जारी हिंसा के कारण राजनाथ सिंह ने दूसरी बार अपना अमेरिका दौरा रद्द किया है।
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि उरी का हमला भारत के बलूचिस्तान पर स्टैंड पर पाकिस्तान की बौखलाहट दिखाता है। सोशल मीडिया पर उरी हमला छाया हुआ है। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उरी हमले की घोर निंदा की है और हमले में शहीद सैनिकों के प्रति गहरी शोक संवेदना प्रकट की है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उरी हमला कश्मीर को अशांत करने और भारत को परोक्ष रूप से युद्ध की ओर धकेलने का कुत्सित प्रयास है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों की इस हरकत से न केवल जम्मू-कश्मीर के अंदर और बाहर अशांति फैलेगी, बल्कि भारत-पाक के बीच के संबंधों में और ज्यादा खटास आएगी। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग साठ साल से भारत-पाकिस्तान के बीच हो रही लड़ाई से परेशान हो गए हैं, यहां के लोगों को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि दहशतगर्द इस बात को समझ लें कि ऐसी हिंसक घटनाओं से उन्हें न तो पहले और न ही भविष्य में कोई लाभ होनेवाला है, वो सिर्फ लोगों का दुख बढ़ा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है कि ‘हम उरी में कायराना हमले की निंदा करते हैं, मैं देश को भरोसा देता हूं कि इस हमले के पीछे जो भी लोग हैं उन्हें सजा जरूर दी जाएगी, लेकिन लोगों को पीएम का ट्वीट कुछ पसंद नहीं आया। लोग कह रहे हैं कि पाकिस्तान पर सीधे हमला हो।