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Thursday 14 February 2013 10:15:26 AM
नई दिल्ली। दिल्ली में आज-कल विभिन्न प्रकार के मौसमी एनफ्लुएंजा वायरस फैल रहे हैं, जिससे राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में तेजी से बीमारियां फैल रही हैं, इनमें एनफ्लुएंजा ए एच-1एन-1 वायरस काफी खतरनाक है, जिनकी वजह से 2009 में महामारी फैली थी।
मीडिया के कुछ खास हिस्सों में दिखाई जा रही खबरों के बाद इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि मौसमी एनफ्लुएंजा खांसने और छींकने के दौरान एक आदमी से दूसरे आदमी में फैलता है, इसमें सुअर या मुर्गियों की कोई भूमिका नहीं है। मौसमी एनफ्लुएंजा से बचने के लिए लगातार हाथ धोते रहना, नाक और मुंह को रूमाल से ढकना और भीड़-भाड़ वाले इलाकों से जाने से बचने जैसे एहतियाती कदम उठाए जा सकते हैं।
ऐसी बीमारियों के लक्षण बुखार, खांसी, शरीर में दर्द इत्यादि हैं। इनका अनुभव होने पर तुरंत इलाज कराना जरूरी है। यह बीमारियां बच्चों अथवा बूढ़ों, गर्भवती महिलाओं और मधुमेह, फेफड़े से संबंधित बीमारियों, हृदय रोग, यकृत से जुड़ी बीमारियों, किडनी की बीमारियों, रक्त से जुड़ी बीमारियों से ग्रस्त लोगों में ज्यादा होती हैं। ऐसे लोगों को सुझाव दिया जाता है कि मौसमी एनफ्लुएंजा से ग्रस्त लोगों के संपर्क में आने से बचें, साथ ही ऐसी स्थिति में ओसेलतामिविर दवा लेने का सुझाव दिया जाता है।