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Friday 26 May 2017 04:57:36 AM
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर जनपद के भ्रमण के दौरान दिग्विजयनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सभागार में सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य वेद प्रकाश पांडेय की पुस्तक ‘शहरनामा गोरखपुर’ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि व्यक्ति का सृजनात्मक पहलू है-लेखनी, बोलने की अपेक्षा काफी कठिन कार्य है- लेखन। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में बहुत बेबाकी से अपनी राय रखी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर की धरती कई महापुरुषों एवं ऋषियों की कर्मभूमि रही है, पुस्तक में गोरखपुर के आदिकाल से लेकर वर्तमान तक के इतिहास को सहेजा गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस प्रकार के लेखन से आने वाली पीढ़ियों को अपने इतिहास के बारे में सही और तथ्यात्मक जानकारियां मिलेंगी। उन्होंने कहा कि इतिहास लेखन एक बहुत कठिन कार्य है, लेकिन वेद प्रकाश पांडेय और उनकी टीम ने बहुत अथक प्रयास से अपनी लेखनी के सदुपयोग से गोरखपुर के इतिहास से लेकर वर्तमान तक को प्रस्तुत किया है, यह पुस्तक आने वाले समय में शोधकर्ताओं के लिए मार्गदर्शन का कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि हमें किसी भी चीज के सकारात्मक पक्ष के लिए मेहनत करनी पड़ती है, नकारात्मक पक्ष होने से एक विकृत स्वरूप सामने आता है, जो लोगों के लिए हानिकारक होता है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर शहर का विकास हम सबका दायित्व है और इसकी विरासत को आगे बढ़ाने का दायित्व आने वाली नई पीढ़ी का होगा।
शहरनामा गोरखपुर पुस्तक के लेखक डॉ वेद प्रकाश पांडेय ने विमोचन कार्यक्रम में पुस्तक के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान प्रोफेसर राजेंद्र राव, प्रोफेसर उदय प्रताप सिंह, राष्ट्रीय साहित्य अकादमी के अध्यक्ष प्रोफेसर विश्वनाथ त्रिपाठी ने भी विचार व्यक्त किए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके बाद सीतापुर नेत्र चिकित्सालय में आईएमए की निःशुल्क ओपीडी का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में प्रदेश के सिंचाई एवं सिंचाई यांत्रिक मंत्री धर्मपाल सिंह, राज्यसभा सांसद शिवप्रताप शुक्ला, प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी, जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।