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Wednesday 2 May 2018 12:48:15 PM
तिरुवनंतपुरम (केरल)। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि धर्म एक व्यक्तिगत पसंद है और इसे किसी भी दबाव या प्रलोभन से हमेशा मुक्त रहना चाहिए। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यह बात तिरुवनंतपुरम में 100 साल की उम्र पूरी होने पर फिलिपोस मार क्राइसोस्टॉम मार थॉमा वैलिया मेट्रोपॉलिटन के सम्मान में हुए एक कार्यक्रम में कही। गृहमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र में एक ऐसी सरकार चला रहे हैं, जो समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने और एक नए भारत के निर्माण में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि एकता के साथ विकास और हमारे देश को फिर से महान बनाने का सपना पूरा करने का लक्ष्य तभी हासिल किया जा सकता है, जब भारत के सभी लोग एकजुट होंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत एकजुट सिर्फ इसलिए नहीं रहा है कि एक धर्म या कुछ धार्मिक विचारों ने राजनीतिक शक्ति या व्यवस्था पर नियंत्रण रखने का काम किया है, बल्कि यह महान राष्ट्र इसलिए एकजुट है, क्योंकि हमारा देश कई विचारों और सिद्धांतों के शांतिपूर्ण सहअस्तित्व को अपनाता रहा है। राजनाथ सिंह ने कहा कि इस देश में 'सर्व धर्म समभाव' की भावना बनाए रखी जानी चाहिए और एकजुट भारत के लिए कोशिशें जारी रहनी चाहिएं। उन्होंने कहा कि एकता हमारी ताकत है और हम सभी को एकता, समानता और सद्भाव के बंधन को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए और यह मार क्राइसोस्टॉम की 100वीं जयंती मनाते समय हमारा संकल्प होना चाहिए।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मार थॉमा वैलिया मेट्रोपॉलिटन का जीवन और उनके कार्य न सिर्फ केरल के लोगों या ईसाई समुदाय के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा हैं। उन्होंने कहा कि फिलिपोस मार थॉमा का जीवन इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि समाज और समुदाय के लिए स्वार्थ रहित सेवा के जरिए ईश्वर की पूजा कैसे हो सकती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने की। इस मौके पर राज्यसभा के उपसभापति प्रोफेसर पीजे कुरियन, पर्यटन और सहयोग मंत्री कदकंपल्ली सुरेंद्रन, विपक्ष के नेता रमेश चेनिथला, सांसद शशि थरूर, सांसद वी मुरलीधरन, महापौर वीके प्रशांत और गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।