स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 22 June 2018 05:27:58 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश आयुष विभाग ने राजभवन लखनऊ के प्रागंण में चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, आयुष राज्यमंत्री डॉ धर्म सिंह सैनी, राजधानी लखनऊ की महापौर डॉ संयुक्ता भाटिया, मुख्य सचिव राजीव कुमार, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव नवनीत सहगल, सचिव आयुष मुकेश कुमार मेश्राम, पंतजलि, गायत्री परिवार, यूपी नेचुरोपैथी टीचर, भारतीय योग संस्थान, तत्वमसी, ब्रह्म कुमारी प्रजापति ईश्वरीय विश्वविद्यालय, दिव्यांगजन, स्कूली छात्र-छात्राओं, सेना, एनसीसी, सीआरपीएफ, एसएसबी, आईटीबीपी, सीआईएसएफ और प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने योग किया।
राज्यपाल राम नाईक ने इस अवसर पर कहा कि योग भारतीय संस्कृति की विश्व को सबसे बड़ी देन है, इस देन को अंतर्राष्ट्रीयस्तर पर मान्यता दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन एवं धन्यवाद। उन्होंने कहा कि योग केवल व्यायाम नहीं है, बल्कि मन को स्वस्थ और शांत रखने की अद्भुत प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि योग व्यायाम की सबसे सस्ती पद्धति है, जिसमें किसी प्रकार के व्यय या उपकरण की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि बदलती जीवनशैली में योग का बहुत महत्व और अद्वितीय लाभ है। राज्यपाल ने कहा कि भारतीय योग सूक्ष्म से विराट की ओर बढ़ते हुए आज पूरे विश्व में सफल हो रहा है और जनमानस भी इससे लाभांवित हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऋषि-मुनियों ने शरीर, मन और आत्मा में संतुलन स्थापित करने के लिए योग विधा का प्रणयन किया था।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि योग को संयुक्तराष्ट्र संघ से मान्यता मिलना अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सांस्कृतिक कूटनीति के तहत एक बड़ी सफलता है। उन्होंने कहा कि योग को इस्लामिक देशों ने भी समर्थन दिया है, इसलिए योग पर मज़हबी आरोप नहीं थोपा जा सकता। उन्होंने बताया कि भारत ने सऊदी अरब की महिला योग प्रशिक्षक को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया है। उन्होंने कहा कि योग की विस्तृत व्याख्या ऋग्वेद और पतंजलि में पाई जाती है एवं अमेरिका जैसे प्रगतिशील देश में करोड़ों लोगों ने योग को अपनी जीवनशैली में शामिल किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीय ऋषि परंपरा योग को विश्व के 192 देशों में अपनाना भारतीय परंपरा के साथ समरस होने जैसा है। उन्होंने कहा कि योग में भारत के आध्यात्म का बीज निहित है, योग निरोगी काया देता है, जीवन में संतुलन के लिए योग आवश्यक है, इससे जुड़ना चाहिए और इसे दिनचर्या का हिस्सा भी बनाया जाए।
सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार आयुष राज्यमंत्री डॉ धर्म सिंह सैनी ने आयुष मंत्रालय भारत सरकार और प्रदेश सरकार को आयुष पद्धतियों के प्रति विशेष रूझान के लिए धन्यवाद दिया। सचिव आयुष मुकेश कुमार मेश्राम ने योग परिधान में उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग, प्रचार-प्रसार हेतु उत्तर प्रदेश सूचना विभाग, व्यवस्था के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण के अतिरिक्त सिविल सर्विस इंस्टीटयूट, राजकीय निर्माण निगम, उत्तर प्रदेश सेतु निगम, बैंक ऑफ बड़ौदा और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन राजभवन के प्रभारी चिकित्साधिकारी आयुर्वेद डॉ शिवशंकर त्रिपाठी ने किया। सहयोगी योग प्रशिक्षक के रूपमें पतंजलि योग संस्थान के वरिष्ठ योग प्रशिक्षक पियूषकांत श्रीवास्तव, विजेंद्र प्रताप सिंह, निक्की कुमार सैनी, शिखा शुक्ला, एकता पांडे, शिवानी अवस्थी और 5 से 7 वर्ष उम्र के बच्चों ने भी योगाभ्यास किया। कार्यक्रम का संचालन दूरदर्शन उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी आत्मप्रकाश मिश्र ने किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मंच पर अतिथियों को गीता प्रेस की पुस्तक कल्याण के ‘योगांक’ की प्रति भेंटकर सम्मानित किया गया।