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Tuesday 05 March 2013 10:53:10 AM
अयोध्या। विश्व हिंदू परिषद, संतों, धर्माचार्यों तथा भाजपा ने टांडा घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि बजरंग दल अंबेडकरनगर के जिला संयोजक राम बाबू गुप्त की जघन्य हत्या के पीछे मुस्लिम कट्टरपंथी हैं। जबसे प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार सत्ता में आई है, तब से लगातार सांप्रदायिक दंगे तथा हिंदुओं की हत्याओं का दौर चल पड़ा है।
श्रीराम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य और पूर्व सांसद डॉ राम विलास दास वेदांती ने बजरंग दल संयोजक की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश में सपा की सरकार नहीं, अपितु अपरोक्ष रूप से आतंकवादियों का शासन चल रहा है। इस शासन में लगातार हिंदू धार्मिक कार्यक्रमों, मठ-मंदिरों तथा हिंदुओं पर आक्रमण हो रहे हैं। प्रदेश की सरकार आतंकियों को खुली छूट दे चुकी है, खेद व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश सरकार तुष्टिकरण में अंधे होकर ही फैजाबाद, वाराणसी, लखनऊ तथा प्रदेश के अन्य कांडों में पकड़े गए आतंकियों को निर्दोष साबित कर उन्हें छोड़ने की तैयारी कर रही है, जबकि आतंकियों के गुर्गे हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्या में सक्रिय हैं। उन्होंने मांग की कि बजरंग दल के संयोजक के हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए।
श्रीराम जन्मभूमि न्यास के सदस्य महंत सुरेश दास, सियाराम किला झुनकी घाट के महंत करूणा निधान शरण, महामंडलेश्वर प्रेम शंकर दास, बड़ा फाटक के महंत गोविंद दास, बजरंग दल संयोजक राजू दास, हनुमान गढ़ी के पुजारी रमेश दास आदि ने एक स्वर से कहा कि हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाए और प्रशासन शासन के इशारे पर तुष्टिकरण से हटकर अपराधियों को दंडित करे। विहिप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री महावीर ने कहा कि खुले आम बजरंग दल संयोजक की हत्या के पीछे व्यापक षडयंत्र की बू आ रही है, प्रदेश सरकार दंगा कराकर संपूर्ण हिंदू समाज को भयाक्रांत करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि न्यास सदस्य डॉ वेदांती तथा हिंदूवादी नेताओं को संयोजक के अंतिम संस्कार में शामिल होने से भी प्रशासन ने रोका, जो संविधान में प्रदत्त अधिकारों का हनन है।
उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण का खेल अगर शीघ्र बंद नहीं हुआ और हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो इसके विरूद्ध विहिप आर-पार की लड़ाई लड़ेगी, जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी। सपा मुखिया को यह नहीं भूलना चाहिए कि इस प्रकार के सांप्रदायिक दंगों का असर आने वाली उनकी पीढ़ियों को भी भुगतना पड़ेगा। अयोध्या के पूर्व विधायक लल्लू सिंह ने कहा कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने जन-प्रतिनिधियों के माध्यम से प्रदेश में हत्याएं करवा रहे हैं। सपा सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा मुस्लिम वोट कांग्रेस की तरफ न खिसके, इसलिए इस प्रकार के सांप्रदायिक दंगे करवाए जा रहे हैं और संपूर्ण प्रदेश को भयाक्रांत कर मुस्लिम कट्टरपंथियों को ऊर्जा दी जा रही है। उन्होंने कहा टांडा में हुई जघन्य हत्या इसी सोच का परिणाम हैं, इस घटना के पीछे एक जन-प्रतिनिधि की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता। हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए और राम बाबू के परिजनों को सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए।