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27-28 जुलाई को सबसे लंबा चंद्रग्रहण

भारत के हर हिस्‍से से देख सकेंगे संपूर्ण चंद्रग्रहण

मंगल और सूर्य होंगे एक-दूसरे के आमने-सामने

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 14 July 2018 03:48:12 PM

lunar eclipse

नई दिल्ली। भारत सरकार के पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय ने जानकारी दी है कि इसी महीने 27-28 जुलाई 2018 को 1 घंटा 43 मिनट की कुल अवधि का संपूर्ण चंद्रग्रहण होगा। इतने समय यानी 2001 एडी से 2100 एडी वाला यह चंद्रग्रहण इस शताब्‍दी का सबसे लंबा और संपूर्ण चंद्रग्रहण माना जा रहा है। लाल ग्रह मंगल भी 27 जुलाई को सामने होगा, जिसका अभिप्राय है कि सूर्य और मंगल एक दूसरे के आमने-सामने होंगे और पृथ्‍वी बीच में होगी। इसके परिणामस्‍वरूप मंगल पृथ्‍वी के निकट आएगा, जिसके कारण यह सामान्‍य से अधिक चमकीला दिखाई देगा और इसे जुलाई के अंत में सांय से सुबह तक देखा जा सकेगा।
आकाश में 27-28 जुलाई को चम‍कदार मंगल ग्रह ग्रहण वाले चंद्रमा के बहुत निकट पहुंच जाएगा और इसे नंगी आंखों से भी बड़ी आसानी से देखा जा सकेगा, परंतु लाल ग्रह 31 जुलाई 2018 को पृथ्‍वी के अत्‍याधिक निकट पहुंच जाएगा। मंगल ग्रह 2 वर्ष और 2 महीने के अंतराल पर सामने आता है, जब यह ग्रह पृथ्‍वी के निकट पहुंच जाता है और अपेक्षाकृत अधिक चमकीला हो जाता है। मंगल की यह विपरीत स्थिति अगस्‍त 2003 में दिखाई दी थी, जिस समय लगभग 60,000 साल में दो ग्रह निकटतम दूरी पर आ गए थे। मंगल का 31 जुलाई 2018 को निकटतम आगमन 2 ग्रहों को अत्‍याधिक करीब ले आएगा और मंगल ग्रह 2003 के उपरांत अत्‍याधिक चमकीला दिखाई देगा।
भारतीय मानक समय के अुनसार 27 जुलाई को 23 बजकर 54 मिनट पर चंद्रमा का आंशिक ग्रहण शुरू होगा। चंद्रमा धीरे-धीरे पृथ्‍वी की छाया से ढक जाएगा और 28 जुलाई को भारतीय समयानुसार 1 बजे पूर्ण रूपसे ग्रहण की स्थिति में आ जाएगा। पूर्ण ग्रहण भारतीय समयानुसार 28 जुलाई को 2 बजकर 43 मिनट तक रहेगा, उसके बाद चंद्रमा धीरे-धीरे पृथ्‍वी की छाया से बाहर आना शुरू हो जाएगा और आंशिक चंद्रग्रहण 28 जुलाई को भारतीय समयानुसार 3 बजकर 49 मिनट में पूरा हो जाएगा। इस विशेष ग्रहण के दौरान चंद्रमा पृथ्‍वी की अम्‍बरीय छाया के केंद्रीय भाग से गुजरेगा। इसके अलावा चंद्रमा अपने चरमोत्‍कर्ष पर होगा, जिसका अभिप्राय है 27 जुलाई को अपनी कक्षा में पृथ्‍वी से अधिकतम दूरी पर और अपनी कक्षा में धीमी गति से चल रहा होगा।
पूर्ण चंद्रमा की इस धीमीगति से पृथ्‍वी के अम्‍बरीय छाया कोन की यात्रा करने में अधिक समय लगेगा और अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी, जिससे यह इस शताब्‍दी के संपूर्ण ग्रहण की सबसे लंबी अवधि होगी। ऐसी लंबी अवधि के पूर्ण चंद्रग्रहण 1 घंटा 46 मिनट की कुल अवधि का 16 जुलाई 2000 को और कुल 1 घंटा 40 मिनट की अवधि का 15 जून 2011 को हुए थे। संपूर्ण चंद्रग्रहण भारत के सभी हिस्‍सों में दिखाई देगा। यह ग्रहण ऑस्‍ट्रेलिया, एशिया, रूस-उत्‍तरी हिस्‍से को छोड़कर अफ्रीका, यूरोप, दक्षिण अमरीका के पूर्वी और अंटार्कटिका के क्षेत्रों में भी देखा जा सकेगा।

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