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Monday 16 July 2018 06:35:19 PM
बालासोर (ओडिशा)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने ब्रह्मोस मिसाइल के सफल परीक्षण पर डीआरडीओ, ब्रह्मोस और भारतीय सेना को बधाई दी है। सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का आज ओडिशा के एकीकृत परीक्षण क्षेत्र बालासोर से सफल परीक्षण किया गया। यह परीक्षण मोबाइल ऑटोनोमस लांचर से किया गया, जिसके तहत सख्त मौसमी हालात में इसकी उपयोगिता की जांच हो सके।
सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का ब्रह्मोस नाम भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मस्कवा नदी पर रखा गया है। यह रूस की पी-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है। ब्रह्मोस के समुद्री और थल संस्करणों का पहले ही सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है और इसे भारतीय सेना एवं नौसेना को सौंपा जा चुका है। सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस ने अपनी निर्धारित दिशा पर उड़ान भरी और इसके समस्त महत्वपूर्णघटकों ने सटीक काम किया है। जमीन से जमीन पर प्रहार करने वाली प्रहार करने वाली मिसाइल ब्रह्मोस ने एकबार फिर साबित कर दिया कि वह सभी मौसमों में कारगर है। यह परीक्षण समुद्र के समीप किया गया, जहां 9 मीटर ऊंची लहरें थीं।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने रूस के एनपीओएम के सहयोग से इसका निर्माण किया है। ब्रह्मोस भारत और रूस के द्वारा विकसित की गई अबतक की सबसे आधुनिक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है और इसने भारत को मिसाइल तकनीक में अग्रणी देश बना दिया है। ब्रह्मोस की विशेषता यह है कि इससे जमीन, हवा, पनडुब्बी और युद्धपोत से यानी कहीं से भी प्रहार किया जा सकता है। परीक्षण के समय वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, डीआरडीओ और ब्रह्मोस के वैज्ञानिक उपस्थित थे।