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Thursday 9 August 2018 04:06:52 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार के राजस्व विभाग के अधीन राजस्व आसूचना निदेशालय के दिल्ली क्षेत्र इकाई के अधिकारियों ने एक सूचना के आधार पर विदेशी मुद्रा तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुएदिल्ली के इंदिरा गांधी अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टी-3 प्रस्थान हॉल पर 7 विदेशी नागरिकों की तलाशी ली, जिनके सामान से 6.14 करोड़ रुपये कीमत की विदेशी मुद्रा बरामद की। ये सभी हांगकांग भागने की तैयारी में थे। राजस्व आसूचना निदेशालय के अधिकारियों ने इस तस्कर गिरोह के भारतीय सहअपराधी का भी पता लगाकर उसे पकड़ लिया है।
विदेशी मुद्रा तस्करी के रैकेट में संलिप्त इन नागरिकों ने जब्तशुदा विदेशी मुद्रा को तौलिए में लपेटकर सामान में इस तरह छुपाया था, ताकि हवाई अड्डे पर एजेंसियां उनका पता न लगा सकें। सभी मुद्राएं 100-100 अमेरिकी डॉलर के मूल्यवर्ग की हैं। इनके पास से कुल लगभग 8.90 लाख अमेरिकी डॉलर पकड़े गए, जिनकी बाज़ार कीमत लगभग 6.14 करोड़ रुपये है। अबतक की जांच से पता लगा है कि इस गिरोह में विदेशी और भारतीय नागरिक संलिप्त हैं। गिरोह का मास्टरमाइंड हांगकांग में है, जो माल ले जाने वाले कैरियरों का इंतजाम करता है और सोने की छड़ों को सामान में छुपाकर उनके जरिए भारत भेजता है।
राजस्व आसूचना निदेशालय की जानकारी के अनुसार भारत में इन तस्करों का साथी सोना ले लेता है और उसके बदले उन्हें विदेशी मुद्रा देता है। इस विदेशी मुद्रा को भारत से हांगकांग भेज दिया जाता है। जांच में यह भी पता चला है कि यह तस्कर गिरोह भारत में कस्टम की नज़र से बचने के लिए उन्हीं कैरियरों का बार-बार इस्तेमाल नहीं करता है। इससे पूर्व में भी राजस्व आसूचना निदेशालय ने सोना, विदेशी मुद्रा और हथियार जैसी विभिन्न प्रतिबंधित सामग्रियों की तस्करी में कई विदेशी नागरिकों को पकड़ा है। बहरहाल सभी तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच चल रही है।