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Monday 13 August 2018 05:34:28 PM
नई दिल्ली। न्यायमूर्ति मंजुला चेल्लूर ने आज भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय में विद्युत अपीलीय ट्रिब्यूनल की अध्यक्ष के रूपमें शपथ ली। इससे पहले न्यायमूर्ति मंजुला चेल्लूर बॉम्बे हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश थीं। वे कलकत्ता उच्च न्यायालय की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश रही हैं। कर्नाटक में 5 दिसंबर 1955 को जन्मीं मंजुला चेल्लूर बेल्लारी में अल्लम सुन्मंगलमा महिला कॉलेज से कला में स्नातक हैं और उन्होंने रेनुकाचार्य लॉ कॉलेज बेंगलुरू से कानून की डिग्री प्राप्त की है। बेल्लारी में प्रैक्टिस करने वाली वे पहली महिला एडवोकेट भी बनीं। वे वर्ष 1988 में पहली ज़िला न्यायाधीश बनीं। उन्होंने बैंगलोर में प्रिंसिपल जज की हैसियत से अपनी सेवाएं दीं और फिर कर्नाटक हाइकोर्ट की पहली महिला जज बनीं।
न्यायमूर्ति मंजुला चेल्लूर को सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 1977 में इंग्लैंड के वारविक विश्वविद्यालय में महिला-पुरुष समानता से जुड़े विषय के साथ-साथ कानून फेलोशिप के लिए प्रायोजित किया था। न्यायमूर्ति मंजुला चेल्लूर को वर्ष 2013 में कर्नाटक राज्य महिला विश्वविद्यालय ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया था। शपथ ग्रहण समारोह में ट्रिब्यूनल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एमजी रामचंद्रन ने न्यायपीठ को दैनिक कामकाज में बार के सदस्यों की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। इस अवसर पर न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति केएन पाटिल, तकनीकी सदस्य एसडी दुबे, आईजे कपूर, बीएन तालुकदार और बड़ी संख्या में अधिवक्ता एवं प्रतिष्ठित अतिथि भी उपस्थित थे।