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Thursday 20 September 2018 01:32:59 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर अफगानिस्तान के राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद अशरफ गनी भारत आए और दोनों नेताओं ने बहुआयामी भारत-अफगानिस्तान रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार में बढ़ोतरी पर संतोष जताया जो आज एक अरब डॉलर को पार कर चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी ने मुंबई में 12 सितंबर से 15 सितंबर 2018 तक चले भारत-अफगान व्यापार एवं निवेश कार्यक्रम के सफल समापन की प्रशंसा की और चाहबहार बंदरगाह एवं हवाईमार्ग से ढुलाई के लिए कॉरिडोर के जरिए संपर्कों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।
भारत-अफगानिस्तान के दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान में इंफ्रास्ट्रक्चर, मानव संसाधन विकास और अन्य क्षमता निर्माण परियोजनाओं के क्षेत्र में नई विकास साझेदारी को मजबूत करने पर भी सहमति बनी। अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शांति और सामंजस्य के साथ ही अफगानिस्तान पर लादे गए आतंकवाद और अतिवाद की चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार के कदमों के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने अफगानिस्तान के नेतृत्व में चल रही शांति एवं सामंजस्य प्रक्रिया को भारत के समर्थन देने की बात एक बार फिर दोहराई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान में आतंकवादी हमलों और हिंसा की कड़ी निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में उन्होंने अफगान नागरिकों और सुरक्षा बलों के साथ एकजुटता जताई। विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर संयोजन और सलाह-मशविरा पर संतोष जताते हुए दोनों पक्ष इस सहयोग को और मजबूत करने और विकास, शांति, स्थायित्व एवं प्रगति के लिए अपने-अपने क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों के साथ और नजदीक से काम करने पर सहमत हुए। अफगानिस्तान एक संगठित, शांतिपूर्ण, समेकित और लोकतांत्रिक राष्ट्र बना रहे और आर्थिक रूपसे उभरता देश बन सके, भारत इसके लिए सतत प्रयत्नशील है।