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Thursday 20 September 2018 05:07:30 PM
लखनऊ। लखनऊ छावनी में मध्य कमान अस्पताल में 'कंटेवर्सिज इन ऑब्सटेट्क्सि एंड गायनेकोलॉजी' विषय पर दो दिवसीय सतत चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम हुआ, जिसमें देशभर से तीनों सेनाओं थलसेना, नौसेना एवं वायुसेना और असैन्य चिकित्सा विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन आयोजक अध्यक्ष कर्नल एएस ढिल्लन ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूपमें उपस्थित सशस्त्रबल के वरिष्ठ गायनेकोलॉजिस्ट लेफ्टिनेंट जनरल संजीव चोपड़ा ने गायनेकोलॉजिस्ट सेवा के तहत उच्च गुणवत्तापरक सेवाओं को उपलब्ध कराने में दुर्गम क्षेत्रों में कार्य करनेवालों को आनेवाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
लेफ्टिनेंट जनरल संजीव चोपड़ा ने कहा कि मध्य कमान अस्पताल लखनऊ, सैन्य व असैन्य चिकित्सकों को आधुनिक चिकित्साओं के बारे में ज्ञानार्जन के लिए सतत चिकित्सा कार्यक्रम और गायनेकॉन-2018 जैसे कार्यक्रम आयोजित कर रह रहा है, जो प्रशिक्षु चिकित्सकों के लिए जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम युवा चिकित्सक विशेषज्ञों एवं स्नातकोत्तर चिकित्सा प्रशिक्षुओं के लिए मूल्यवान हैं। कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा के विभिन्न विभागों जैसे असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी से जुड़े विषयों इंफर्टिलिटी, गायनेकोलॉजी, जनरल ऑब्सटेट्क्सि एवं जनरल गायनेकोलॉजीपर जानेमाने चिकित्सा विशेषज्ञों ने विचार रखे। डॉ उमा सिंह ने सर्विक्स कैंसर की पहचान के बारे बताया। केजीएमयू के क्वीन मेरी हॉस्पिटल की प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ विनीता दास ने गर्भाधान के दौरान मधुमेह के प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा की। कार्यक्रम में डॉ मंदाकिनी प्रधान और डॉ शुभा फड़के ने भी चिकित्सा के विभिन्न पहलुओं पर विचार रखे।