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Monday 24 September 2018 01:34:45 PM
रांची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची में प्रधानमंत्री जन आरोग्य स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत की शुरुआत करते हुए कहा है कि सरकार देश में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए समग्र दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है और उनका ध्यान वहनीय हेल्थकेयर एवं निवारक हेल्थकेयर दोनों पर खासतौर से केंद्रित है। उन्होंने कहा कि यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है, इसके तहत ग़रीब और समाज के वंचित वर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा और उपचार प्रदान करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा की कल्पना की गई है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य बीमा योजना से 50 करोड़ से अधिक लोगों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्यायजी कहते थे कि शिक्षा की तरह ही स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च, खर्च नहीं वो निवेश होता है। उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा और कौशल के अभाव में समाज और देश का विकास संभव नहीं है, उसी तरह नागरिक अस्वस्थ हो तो सशक्त राष्ट्र का निर्माण नहीं हो सकता।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर बताया कि आयुष्मान भारत के पहले हिस्से में स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र की शुरुआत बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर की गई थी और दूसरा हिस्से में स्वास्थ्य बीमा योजना पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती से दो दिन पहले शुरू की गई थी। प्रधानमंत्री ने पीएमजेएवाई की व्यापकता के बारे में कहा कि इसमें कैंसर और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों के साथ ही 1300 अन्य बीमारियों को भी शामिल किया गया है और इनके उपचार की सुविधा निजी अस्पतालों में भी मुहैया होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 5 लाख की धनराशि में सभी जांच, दवा, अस्पताल में भर्ती के खर्च आदि शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि लोग 14555 डायल करके या सेवा केंद्र के माध्यम से इस योजना के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन राज्यों के लिए जो पीएमजेएवाई का हिस्सा हैं, लोग इन राज्यों में से किसी भी राज्य में जा रहे हैं तो भी वे इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि देशभर में 13,000 से ज्यादा अस्पताल इस योजना में शामिल किए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि पीएमजेएवाई से जुड़े सभी लोगों के प्रयासों और डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य प्रदाताओं, आशा, एएनएम आदि के समर्पण के माध्यम से यह योजना सफल होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि देशभर में स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की संख्या 2300 तक पहुंच गई है, उनका लक्ष्य आने वाले चार वर्ष के अंदर भारत में 1.5 लाख ऐसे केंद्र खोलना है। प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत योजना पर प्रदर्शनी का दौरा किया। कार्यक्रम में उन्होंने कोडरमा और चायबासा में 600 करोड़ से अधिक की लागत से बनने वाले दो मेडिकल कॉलेज की आधारशिला की पट्टिका का अनावरण भी किया। इस अवसर पर झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याणमंत्री जेपी नड्डा, नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, जनजातीय मामलों के राज्यमंत्री सुदर्शन भगत, नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल, राज्य सरकार के मंत्री रामचंद्र चंद्रमुंशी, संसद सदस्य रामटहल चौधरी, विधायक रामकुमार पाहण और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।