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Monday 1 October 2018 01:54:27 PM
ग्वालियर। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ग्वालियर में मुस्कान फाउंडेशन के 'मेरा स्कूल डिजिटल स्कूल' कार्यक्रम के तहत ग्वालियर जिले के 75 ग्रामीण सरकारी स्कूलों में 100 डिजिटल कक्षाएं लांच कीं। उपराष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा कि प्रौद्योगिकी ग्रामीण युवाओं के लिए पारदर्शिता, समृद्धि एवं अवसर लाती है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत का भविष्य सुनहरा है, क्योंकि यह हमारी युवा पीढ़ी की नवोन्मेषी क्षमताओं पर टिका है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण छात्रों को डिजिटल प्रौद्योगिकी के साथ जोड़ने से उनका जीवन बदलेगा, क्योंकि यह उन्हें शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के समान सूचना एवं अवसर की सुविधा प्रदान करेगा।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि प्रौद्योगिकी समकारी होती है, क्योंकि इसमें ग्रामीण युवाओं के लिए पारदर्शिता, समृद्धि एवं अवसर लाने की क्षमता होती है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा ज्ञान, आर्थिक प्रगति एवं अधिकारिता के संवर्द्धन के लिए अनिवार्य है। उन्होंने सभी लड़कियों खासकर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली लड़कियों को शिक्षा के साथ ही रोज़गारपरक कौशल प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि विद्यालय सामाजिक परिसंपत्तियां हैं और शिक्षक सामाजिक बदलाव के कारक। उपराष्ट्रपति ने इस मौके पर कॉरपोरेट घरानों को भी सामाजिक दायित्व का एहसास कराया और कहा कि उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में अपना योगदान देना चाहिए। कार्यक्रम में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, मध्य प्रदेश सरकार के उच्चतर शिक्षामंत्री जयभान सिंह पवैया, मध्य प्रदेश सरकार की शहरी विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।