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Monday 1 October 2018 03:23:42 PM
राजकोट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजकोट में महात्मा गांधी की स्मृतियों पर भव्य संग्रहालय का उद्घाटन किया। संग्रहालय अल्फ्रेड हाई स्कूल में बनाया गया है, जो महात्मा गांधी के प्रारंभिक वर्षों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर एक जनसभा को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय गांधीवादी संस्कृति, मूल्यों और दर्शन के बारे में जानकारियों का अद्भुत संगम है। उन्होंने बताया कि देश की आज़ादी के बाद अल्फ्रेड हाई स्कूल का नाम बदलकर मोहनदास गांधी विद्यालय कर दिया गया था और पिछले साल इसको संग्रहालय में तब्दील करने के प्रस्ताव को राज्य सरकार ने मंज़ूर किया था। उन्होंने कहा कि कहते हैं कि संग्रहालय विरासतों को सहेजकर रखते हैं, लेकिन राजकोट का यह एक ऐसा अनमोल संग्रहालय है, जो खुद अपने आपमें धरोहर है, जहां गांधीजी की मोहनदास से महात्मा बनने की यात्रा, उनके सिद्धांत, व्यक्तित्व और कृतित्व को उकेरा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की स्मृतियों को संजोए और वास्तुकला पर बना ये संग्रहालय सत्य और अहिंसा के सिद्धांत से हल करने का मूलमंत्र देने वाले महात्मा गांधी की ज़िंदगी का गवाह है, इसके पहले हिस्से में उनकी बचपन से जुड़ी यादें हैं, रेडियो के ज़रिए उनके बाल अवस्था की मार्मिक कहानी बयां की गई हैं, उनके जीवन के अलग-अलग पड़ाव को अलग-अलग हिस्सों में दर्शाया गया है, यह संग्रहालय डिजिटलीकरण का बेहतरीन नमूना है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी से सीखने के लिए बहुत कुछ है और गुजरात इस मायने में बहुत भाग्यशाली है कि वह एक ऐसी भूमि है, जो महात्मा गांधी से बहुत करीब से जुड़ी है। नरेंद्र मोदी ने पर्यावरण के प्रति बापू की चितांओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनसे प्रेरणा लेकर हमें एक ऐसे भविष्य के लिए काम करना होगा, जिसमें स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को पूरी अहमियत दी जाए। नरेंद्र मोदी ने बापू का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने कतार में सबसे पीछे खड़े लोगों के बारे में सोचने और वंचितों के कल्याण के लिए काम करने की बात सिखाई थी, उनकी इस सेाच से प्रेरणा लेकर ही हम आज ग़रीबों के लिए काम कर रहे हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम अपनी पहल और प्रयासों से उनके जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं, उनके लिए घर बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा आजादी के 70 वर्ष बीत जाने के बाद भी बापू के स्वच्छ भारत का सपना साकार नहीं हो पाया है, ऐसे में हम सबको मिलकर इसे पूरा करना है। उन्होंनेकहा कि इन चार साल में हमने स्वच्छ भारत मिशन को मूर्तरूप देने की दिशा में काफी कुछ किया है, लेकिन अभी भी और बहुत कुछ करना बाकी है। उन्होंने 624 घरों की सार्वजनिक आवास परियोजना की पट्टिका का भी अनावरण किया और इस अवसर पर वे 240 लाभार्थी परिवारों के ई-गृह प्रवेश के साक्षी बने। प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी संग्रहालय का भी अवलोकन किया।