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Friday 26 October 2018 01:30:12 PM
गौतमबुद्धनगर (ग्रेटर नोएडा)। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर में भारत तिब्बत सीमा पुलिस की 39वीं बटालियन के लखनवाली शिवर में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की 57वीं स्थापना दिवस परेड में शामिल हुए और परेड का निरीक्षण किया। परेड में महिला दस्ता, कमांडो, स्कीइंग, पर्वतारोही दस्ता, नक्सल रोधी कार्रवाई दस्ता, पैराट्रुपर, अश्वारोही कॉलम तथा विभिन्न दस्तों ने भाग लिया। परेड में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवानों ने विभिन्न शौर्य करतब भी दिखाए। राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर कहा कि आईटीबीपी के जवानों ने 9 हजार फीट से 18 हजार फीट की ऊंचाई पर कठिन परिस्थितियों में सीमा की रक्षा करने में सर्वोच्च बलिदान दिए हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि आईटीबीपी न केवल भारत-चीन सीमा की रक्षा करती है, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा में भी दायित्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि वह भारत-चीन सीमा की चौकियों पर गए हैं और देखा है कि आईटीबीपी के जवान -45 डिग्री सेल्सियस कम तापमान और आक्सीजन के अभाव में देश के लिए अपना कर्तव्य निभाते हैं, इसीलिए उन्हें ‘हिमालय पुत्र’ या ‘हिमवीर’ की संज्ञा दी गई है। गृहमंत्री ने कहा कि सीमा चौकियों की उनकी यात्रा के बाद जवानों को सीमा चौकियों पर बेहतर ढांचागत सुविधाएं देने का निर्णय किया गया।
आईटीबीपी को उच्चशक्ति की एसयूवी, सभी इलाकों में काम आने वाले वाहन, स्नो स्कूटर आदि प्रदान किए गए हैं और इससे संचालन क्षमता में सुधार हुआ है। इस अवसर पर 1 उत्तम जीवन रक्षा पदक, 5 विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक और उल्लेखनीय सराहनीय सेवा के लिए 23 पुलिस पदक प्रदान किए गए। गृहमंत्री ने ग्रेटर नोएडा में 200 बिस्तर वाले केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के रेफरल अस्पताल का भी उद्घाटन किया। यह अस्पताल 121 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। परेड में आईटीबीपी के महानिदेशक आरके पचनंदा और वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।