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Friday 26 October 2018 03:18:47 PM
भिवानी (हरियाणा)। भाजपा नेता और उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने आदर्श महिला महाविद्यालय भिवानी में राष्ट्रीय नवनिर्माण के लिए 'नई सोच एवं नया रास्ता' विषय पर शैक्षणिक विचार-विमर्श युवा मंच कार्यक्रम में छात्राओं से संवाद किया। वरुण गांधी ने अपने संबोधन में छात्राओं से कहा कि वे देश का भविष्य नहीं, बल्कि वर्तमान हैं, जरुरत है नागरिक क्रांति की, जो आपके साथ से ही संभव हो सकती है। वरुण गांधी ने छात्राओं के समक्ष देश की अनेक समस्याएं साझा कीं और उनके उदाहरण भी प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि असमानता की विकृति अन्याय को जन्म देती है, जैसे पानी का असमान बंटवारा जिसमें एक प्रदेश में लोग बूंद-बूंद लूट रहे हैं और दूसरी ओर लोग स्विमिंग पूल में नहा रहे हैं।
वरुण गांधी ने अनौपचारिक शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए आज की शिक्षा की खतरनाक वास्तविकता प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि देश के बच्चे 71 प्रतिशत आईआईटी में और 8 प्रतिशत आईआईएम में हैं, ये सीबीएसई या इंटरनेशनल स्कूल से हैं, जबकि अन्य स्कूलों के 15 लाख बच्चे पिछड़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि बजटसत्र में शिक्षा पर 3 लाख करोड़ खर्च हुआ है, लेकिन इस खर्च का 89 प्रतिशत भवन निर्माण तक ही सीमित था, जिनमें केवल विवाह, शोक सभाएं, चुनाव, नेता-भाषण और क्रिकेट खेला जाता है। वरुण गांधी ने कहा कि हमारे देश में हर साल लोग आईआईटी एवं आईआईएम में दाखिले हेतु कोचिंग पर 2 से 4 लाख तक खर्च करते हैं, जिसमें केवल कुछ विद्यार्थियों को ही दाखिला मिल पाता है, अन्य सामान्य परिवार के बच्चे दाखिला एवं रोज़गार न मिल पाने के कारण लाखों रुपये के कर्ज़ के बोझ तले दब जाते हैं, वह अपना कर्ज़ समय पर नहीं चुका पाते हैं, जिससे आज हमारी शैक्षणिक एनपीए 6 प्रतिशत हो गई है।
वरुण गांधी ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि देश में 4.5 करोड़ शिक्षकों की कमी है। इसका समाधान बताते हुए उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर विद्यार्थी अनौपचारिक शिक्षा के माध्यम से एक वर्ष तक मुफ्त में किसी भी जिले में जाकर शिक्षा देता है तो शिक्षा की खतरनाक वास्तविक स्थिति से उबरा जा सकता है। उन्होंने राजनीतिक सुधार पर बल देते हुए कहा कि सदृढ़ सांसद और विधायक स्वतः अपनी तनख़्वाह के लिए मना करें, ताकि देश के 400 करोड़ रुपये बचाए जा सकें। वरुण गांधी ने महाराष्ट्र की दो लड़कियों का जिक्र कर सामाजिक उद्यमिता का ज्वलंत उदाहरण पेश किया। उन्होंने पीपी वूमन फाईट बैंक और पानी है जीवन एप के बारे में छात्राओं को बताया। उन्होंने हंगर फ्री डिस्ट्रिक्ट बनाने के लिए हर व्यक्ति को अपनी भागीदारी स्थापित करने को प्रेरित करते हुए उसका उदाहरण सुल्तानपुर से दिया, जहां स्वचालित रोटी बैंक से 5 हजार व्यक्तियों को रोज मुफ्त में खाना खिलाया जाता है। कृषि की वास्तविकता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि आज एक सभ्य किसान केवल गन्ना बोएगा और निम्न वर्ग केवल दाल बोएगा, इसलिए समयानुसार जलवायु और भूमि की मांग पर ध्यान देने की आवश्यकता है, इससे किसानों का हित सुरक्षित हो सकता है।
वरुण गांधी ने कहा कि आज का 40 प्रतिशत किसान बटाईदारी पर कार्य करता है, जबकि कश्मीर और बंगाल को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में बटाईदारी गैरकानूनी है। उन्होंने कहा कि यह समय की प्रासंगिकता है और आज के समय के अनुसार कानून बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने पर्यावरण के महत्व को छात्राओं से साझा किया। उन्होंने कहा कि किसी को मारकर किसी का स्वागत नहीं किया जाता है, फूल न देकर अपितु पौधा देकर रिश्ता कायम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें पर्यावरण की रक्षा करने की जरूरत है, नहीं तो पर्यावरण हमारी रक्षा करना छोड़ देगा। छात्राओं का मनोबल बढ़ाते हुए वरुण गांधी ने अपने ट्वीटर अकाउंट व फेसबुक के माध्यम से छात्राओं को ज्वलंत मुद्दे पर उनके साथ जुड़ने के लिए प्रेरित किया, ताकि उनकी बात देश की संसद तक पहुंच सके। उन्होंने देश की अनेक राजनैतिक, शैक्षणिक, आर्थिक, सामाजिक समस्याओं का जिक्र करते हुए उनके समाधान प्रस्तुत किए।
वरुण गांधी ने संवाद मंच पर एक छात्रा के लोकतंत्र एवं भीड़तत्र पर किए गए सवाल का समाधान करते हुए कहा कि हमें मानव संसाधन तंत्र पर निवेश करने की जरूरत है, जिससे प्रत्येक व्यक्ति को लगे कि व्यवस्था में मेरा हिस्सा है, इससे लोगों में चेतना बढ़ेगी। नेतृत्व बनाम राजनीति का यह सर्वश्रेष्ठ प्रश्न बताते हुए उन्होंने उत्तर दिया कि नेतृत्व तो सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी, गुरुदेव रबिंद्रनाथ टैगोर और स्वामी दयानंद सरस्वती ने भी दिया था, लेकिन उनकी राजनीति में हिस्सेदारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि जब आपका आशीर्वाद बहुतों को मिले और बहुतों से आपको आशीर्वाद मिले तब आप एक बहुत अच्छे राजनेता बन सकते हैं। एक अन्य छात्रा ने पूछा कि वह किस प्रकार देशहित में अपना योगदान दे सकती है, तब उन्होंने सभी छात्राओं से बुजुर्ग महिलाओं को संध्याकाल में शिक्षा देने और हर घर में फलदार वृक्ष लगाने की भागीदारी स्थापित करने को कहा।
संवाद कार्यक्रम में चौधरी धर्मवीर सिंह सांसद भिवानी-महेंद्रगढ़ ने उनके पिता के चलाए पंचसूत्रिय कार्यो पर बल दिया और कहा कि उन्हीं कार्यों को अपने जीवन का लक्ष्य बनाएं, उन्होंने वरूण गांधी की अतुलनीय प्रसंसा की। वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के प्रधान शिवरत्न गुप्ता ने वरुण गांधी का छात्राओं के सामने परिचय प्रस्तुत किया। आदर्श महिला महाविद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के महासचिव अशोक बुवानीवाला ने विशिष्ट अतिथि वरुण गांधी और मुख्य अतिथि चौधरी धर्मवीर सिंह का अभिनंदन किया। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ माया यादव ने आभार प्रकट किया और स्मृति चिन्ह भेंट किए। इस अवसर पर आदर्श शिक्षा समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता, आदर्श महिला महाविद्यालय प्रबंधकारिणी की अध्यक्ष दर्शना गुप्ता, उपाध्यक्ष सुनीता गुप्ता, कोषाध्यक्ष सुंदरलाल, सह सचिव विरेंद्र गुप्ता, सदस्य पवन बुवानीवाला, तुलसी दास, बृजलाल सर्राफ, नंदकिशोर, कार्यक्रम की संयोजक रीना तनेजा, सह संयोजक डॉ अमिता गाबा एवं महाविद्यालयों एवं विद्यालयों से शिक्षक एवं छात्र उपस्थित थे।