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भारत-बांग्लादेश में हुए महत्वपूर्ण समझौते

दोनों देशों का व्यापार व जलमार्ग संपर्क बढ़ाने पर जोर

दोनों नौवहन सचिवों ने किए समझौतों पर हस्ताक्षर

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 26 October 2018 04:38:56 PM

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नई दिल्ली। भारत और बांग्लादेश ने व्यापार और जहाजों के आवागमन के लिए दोनों देशों के बीच अंतर्देशीय तथा तटीय जलमार्ग संपर्क बढ़ाने के संबंध में कई महत्वपूर्ण समझौते किए हैं। नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए भारत सरकार में नौवहन सचिव गोपाल कृष्ण और उनके बांग्लादेश के समकक्ष मोहम्मद अब्दुस्समद ने बताया कि दोनों देशों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत बांग्लादेश में चट्टोग्राम और मोन्गला गोदियों को भारत से आने वाले और भारत को भेजे जाने वाले सामान के आवागमन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यात्रियों के आने-जाने और नौवहन सेवाओं के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसके लिए तटीय नौवहन मार्गों और अंतर्देशीय मार्गों को अंतिम रूप दे दिया गया है और संभावना है कि नदी रास्ते नौवहन सेवाएं कोलकाता-ढाका-गुवाहाटी-जोरहट के बीच जल्द शुरू की जाएंगी।
भारत और बांग्लादेश के नौवहन सचिवों ने इस बात पर भी सहमति व्यक्त की कि एक संयुक्त तकनीकी समिति अरिचा तक ढुलियान-राजशाही प्रोटोकॉल मार्ग के संचालन की तकनीकी व्यवहारिकता का अध्ययन करेगी। उन्होंने बताया कि भागीरथी नदी पर जांगीपुर नौवहन क्षेत्र को दोबारा खोलने पर भी विचार किया जाएगा, जो भारत और बांग्लादेश के बीच फरक्का में गंगा का पानी साझा करने संबंधी संधि के प्रावधानों के अनुरूप होगा। दोनों ने जोगीघोपा के विकास के प्रति भी सहमति व्यक्त की, इसके तहत जोगीघोपा को असम, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड और भूटान के लिए सामान के आवागमन के संबंध में टर्मिनल के रूपमें इस्तेमाल किया जाना है।

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