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Thursday 1 November 2018 01:51:24 PM
नई दिल्ली। विश्व बैंक ने अपनी नवीनतम डूइंग बिजनेस रिपोर्ट 2019 जारी की है, जिसमें भारत ने कारोबार सुगमता सूचकांक में 23 पायदानों की और ऊंची छलांग लगाई है। विश्व बैंक के आकलन में 190 देशों वाली डूइंग बिजनेस रिपोर्टमें भारत वर्ष 2017 के 100वें पायदान से और ऊपर चढ़कर अब 77वें पायदान पर पहुंच गया है। भारत की कारोबार सुगमता सूचकांक में लगाई गई 23 पायदानों की ऊंची छलांग निश्चिततौर पर महत्वपूर्ण है, क्योंकि पिछले वर्ष इस सूचकांक में भारत ने अपनी रैंकिंग में 30 पायदानों की जबर्दस्त छलांग लगाई थी, जो भारत के आकार वाले किसी भी विशाल एवं विविधतापूर्ण देश के लिए एक दुर्लभ उपलब्धि है।
भारत सरकार के निरंतर प्रयासों की बदौलत कारोबार में सुगमता सूचकांक में भारत इन दो वर्ष में 53 पायदान और पिछले चार वर्ष में 65 पायदान ऊपर बढ़ गया है। डूइंग बिजनेस आकलन से उन 10 पैमानों पर 190 देशों में व्यवसाय या बिजनेस संबंधी नियम कायदों और उनपर अमल के वस्तुनिष्ठ लक्ष्यों के बारे में पता चलता है, जो किसी भी व्यवसाय के समूचे कारोबारी चक्र पर असर डालते हैं। डीबीआर में देशों की रैंकिंग डिस्टैंस टू फ्रंटियर के आधार पर की जाती है, जो एक विशिष्ट स्कोर है और जो किसी भी अर्थव्यवस्था में अपनाए जाने वाले कारोबारी तौरतरीकों और वैश्विक सर्वोत्तम कारोबारी तौरतरीकों में अंतर को दर्शाता है। भारत का डीटीएफ स्कोर पिछले वर्ष के 60.76 से बढ़कर इस वर्ष 67.23 हो गया है।
भारत 10 संकेतकों में से 6 संकेतकों से जुड़ी अपनी रैंकिंग को बेहतर करने में कामयाब रहा है और इसके साथ ही वह 10 संकेतकों में से 7 संकेतकों पर वैश्विक सर्वोत्तम कारोबारी तौरतरीकों के और करीब पहुंच गया है। हालांकि सबसे उल्लेखनीय सुधार निर्माण परमिट और सीमापार व्यापार से जुड़े संकेतकों के मामले में देखा गया है। निर्माण परमिट की स्वीकृति देने के मामले में भारत की रैंकिंग वर्ष 2017 की 181वीं से बेहतर होकर वर्ष 2018 में 52वीं हो गई है, जो एक ही वर्ष में 129 रैंकिंग के अभूतपूर्व सुधार को दर्शाता है। इसी तरह सीमापार व्यापार से जुड़े संकेतकों के मामले में भारत की रैंकिंग वर्ष 2017 की 146वीं से बेहतर होकर वर्ष 2018 में 80वीं हो गई है, जो एक ही वर्ष में 66 रैंकिंग के उल्लेखनीय सुधार को दर्शाता है।