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Monday 12 November 2018 01:11:20 PM
लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक ने राजेश्वरी देवी चैरिटेबल ट्रस्ट के निःशुल्क ‘सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा शिविर’ में पहुंचकर सेवाधर्मियों का उत्साह बढ़ाया। चैरिटेबल ट्रस्ट का यह प्रथम सार्वजनिक कार्यक्रम था, जिसमें प्रदेश एवं देश से चिकित्सा विशेषज्ञों ने भाग लिया। सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा शिविर में निःशुल्क परामर्श, जांच और औषधि भी वितरित की गई। राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि वह इससे पूर्व भी अनेक चिकित्सा शिविरों में जा चुके हैं, इस सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा शिविर में अनुकरणीय सेवाभाव देखकर वह प्रसन्न हैं। राज्यपाल ने कहा कि कई प्रकार के दान होते हैं जैसे-रक्तदान, अंगदान, शरीरदान और चिकित्सकों का अवकाश के दिनों में रोगी की सेवा का काम करना समाज के प्रति भी एक तरह का समयदान है।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि रोगी ऐसे सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा शिविर का लाभ उठाकर चिकित्सकों की सलाह का अवश्य लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि बदलती एवं अनियमित जीवनशैली से अनेक प्रकार के गंभीर रोगों के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि चिकित्सक भी विज्ञान में चिकित्सा प्रगति की जानकारी रखें और रोगियों को उससे लाभांवित करें। राम नाईक ने इस अवसर पर प्रोफेसर राम गोपाल गुप्त की पुस्तक ‘मनुस्मृति और आधुनिक समाज’ का भी विमोचन किया और कहा कि मनुस्मृति हजारों साल पूर्व लिखा गया ग्रंथ है, जिसे उस समय की परिस्थितियों के अनुसार लिखा गया था। उन्होंने कहा कि किसी भी समाज में समयानुसार शैक्षिक, सामाजिक जैसे अनेक बदलाव होते हैं, ऐसे में इस पुस्तक का अध्ययन लाभदायक है।
राज्यपाल ने कहा कि भारतीय संविधान 1950 में लागू हुआ और आवश्यकता के आधार पर 68 वर्ष में अबतक 102 संशोधन किए गए हैं। उन्होंने कहा कि परिस्थिति के साथ परिवर्तन ही जिंदा समाज की विशेषता होती है। सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा शिविर में उत्तर प्रदेश सरकार में चिकित्सा शिक्षामंत्री आशुतोष टंडन, विधि एवं न्यायमंत्री बृजेश पाठक, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति एमएलबी भट्ट, महानिदेशक दूरसंचार प्रमोद कुमार तिवारी, राजेश्वरी देवी ट्रस्ट के संस्थापक एवं अध्यक्ष प्रोफेसर रामलाल गुप्त, ट्रस्ट के उपाध्यक्ष डॉ पीसी गुप्ता ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में चिकित्सकों को सम्मानित भी किया गया।