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Monday 26 November 2018 12:42:38 PM
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर विश्वविद्यालय से संबद्ध अलुम्नाई फाउंडेशन ने एक भव्य समारोह का आयोजन किया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूपमें उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक शामिल हुए। राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश की शान, मान और पहचान है, यहां के छात्रों ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर प्रदेश का मान बढ़ाया है। राज्यपाल ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने आचार्य नरेंद्र देव और प्रोफेसर हरिकृष्ण अवस्थी जैसे कुलपति भी दिए हैं, जिन्होंने कुलपति के वेतन को या तो छात्रों पर खर्च किया है या फिर वेतन ही नहीं लिया। उन्होंने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है, शिक्षा के क्षेत्र में विश्वविद्यालय का प्रदर्शन सराहनीय है।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि शैक्षिक गुणवत्ता में लखनऊ विश्वविद्यालय का नाम देश के प्रथम पांच विश्वविद्यालय में और राज्य के प्रथम विश्वविद्यालय के रूपमें दर्ज हो, ऐसी मेरी कामना है। समारोह में एलयू के छात्र रहे बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन, न्यायमूर्ति एचएन तिलहरी, मंत्री रहे डॉ अम्मार रिज़वी को ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट आवार्ड’ और सात पूर्व छात्रों बुला गांगुली, डॉ दीपक अग्रवाल, मुदित कुमार सिंह, पंकज भदौरिया, राजेश्वर तिवारी, राजेश सिंह और सुनील प्रधान को ‘डिस्टिंगुईश्ड आवार्ड’ से सम्मानित किया गया। समारोह में बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन, न्यायमूर्ति एचएन तिलहरी एवं डॉ अम्मार रिज़वी ने अपने समय की खट्टी मीठी यादें साझा कीं। समारोह में लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी सिंह और अलुम्नाई फाउंडेशन के अध्यक्ष ने भी विचार व्यक्त किए। समारोह में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र शामिल हुए।