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Monday 26 November 2018 06:06:03 PM
तिरुवनंतपुरम। केरल के तिरुवनंतपुरम में त्रिवेंद्रम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आकस्मिक स्थितियों से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है। रासायनिक, जैविक, रेडियम और नाभिकीय आकस्मिकताओं से निपटने के लिए एयरपोर्ट इमरजेंसी हैंडलरों की तैयारी को बढ़ाना इस मूलभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम का लक्ष्य है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, नाभिकीय औषधि और संबद्ध विज्ञान संस्थान और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के सहयोग से यह प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। आकस्मिक स्थितियों से निपटने के लिए विशेष प्रकार के कौशलों और उपायों की जरूरत होती है। वास्तव में इन आकस्मिकताओं से जुड़ी एक मामूली घटना भी हवाईअड्डे पर लोगों को भयभीत कर सकती है।
आकस्मिक स्थितियों से निपटने के प्रशिक्षण कार्यक्रम से किसी भी प्रकार की आकस्मिकता से निपटने के लिए हवाईअड्डों पर सुरक्षा के मानकों ने सुधार होगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में व्याख्यानों के साथ-साथ विषय आधारिक प्रशिक्षण और व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपकरणों के इस्तेमाल सहित रासायनिक, जैविक, रेडियम और नाभिकीय आकस्मिकताओं का पता लगाने और निदान करने के उपायों को प्रत्यक्ष रूपमें दर्शाना शामिल है। प्रशिक्षण कार्यक्रम से एयरपोर्ट इमरजेंसी हैंडलरों को प्राथमिक स्वास्थ्य उपचार करने, प्रारंभिक मनोचिकित्सा और सामाजिक सहायता करने में सक्षम बनाया जाएगा।
परमाणु ऊर्जा विभाग, आईएनएमएएस, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र और केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण जैसे हितधारक विभागों के विशेषज्ञ इसमें प्रशिक्षण देंगे। देशभर में हवाईअड्डों पर संचालित ऐसे कार्यक्रमों की श्रेणी में यह 11वां प्रशिक्षण कार्यक्रम है। कुल मिलाकर दस बैचों को पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिनमें चेन्नई, कोलकाता, मुंबई, वाराणसी, पटना, अहमदाबाद, हैदराबाद, चंडीगढ, रायपुर और बंगलुरु में से प्रत्येक एक-एक बैच शामिल हैं।