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Wednesday 28 November 2018 11:04:26 PM
लखनऊ। बाबिना सैन्य स्टेशन पर आयोजित एक प्रभावशाली समापन समारोह के साथ व्यायाम इंडिया-2018 की दसवीं श्रृंखला का संयुक्त सामरिक व्यायाम और भारत-रूस संयुक्त सैन्य अभ्यास आज समाप्त हुआ। अठारह नवंबर को शुरू हुए ग्यारह दिन के इस संयुक्त प्रशिक्षण का उद्देश्य दो सेनाओं के बीच अंतःक्रियाशीलता विकसित करना, अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद की सामान्य समझ और शांति प्रवर्तन के लिए संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सातवें अध्याय के तहत संयुक्त सामरिक संचालन में शामिल होना था। दोनों सेनाओं के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने बाबिना फील्ड फायरिंग रेंज में संयुक्त सामरिक व्यायाम देखा।
भारत और रूसी सेनाओं ने इस दौरान संयुक्त ड्रिल का अभ्यास करते हुए बहुत उत्साह और व्यावसायिकता प्रदर्शित की। यह दोनों राष्ट्रों के लिए एक महान सीखने का अनुभव था। भारत-रूस संयुक्त सैन्य अभ्यास समापन समारोह के दौरान जनरल पीएस मिन्हास जनरल ऑफिसर कमांडिंग भारतीय सेना के व्हाइट टाइगर डिवीजन और मेजर जनरल टीसेकोव ओलेग मूसोविच रूसी सेना के सीडीआर 5वीं सेना ने संयुक्त रूपसे कर्नल अजय चौहान और लेफ्टिनेंट कर्नल कोझिम द्वारा आदेशित परेड की समीक्षा की, जो परेड में भारतीय और रूसी दलों के क्रमशः कमांडर थे। समारोह को संबोधित करते हुए मेजर जनरल पीएस मिन्हास ने अभ्यास में भाग लेने वाले देशों को एक शानदार अभ्यास के लिए बहुत अच्छी तरह से बधाई दी और कहा कि व्यायाम इंडिया 2018 ने हमें काउंटर आतंकवादी परिचालन के क्षेत्र में क्षेत्रीय सहयोग के लिए एक संस्थागत तंत्र को बेहतर बनाने, बेहतर समझने और विकसित करने के सभी प्रयासों के साथ सैन्य दृष्टिकोण से आतंकवाद के खिलाफ आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा करने का अवसर प्रदान किया है।
रूसी सेना के मेजर जनरल टीसेकोव ओलेग मूसोविच ने भी सैन्य दलों को संबोधित किया और कहा कि अभ्यास ही सफलता की कुंजी है और दोनों देशों के बीच सहयोग का एक बहुत ही उच्चस्तर रहा। समापन समारोह के अंत में समीक्षा अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि दोनों देशों के बीच समय-समय पर दोस्ती की जांच इस तरह के संयुक्त सैन्य अभ्यासों के साथ बढ़ती रहेगी।