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प्रशासनिक व्यवस्थाएं कल्याणकारी हों-सतशिवम

'सिविल सोसायटी की सक्रिय भागीदारी से ही सुशासन संभव'

तिरुवनंतपुरम में सुशासन पर दो दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 11 December 2018 01:00:48 PM

regional conference on good governance in thiruvananthapuram

तिरुवनंतपुरम। केरल के राज्यपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) पी सतशिवम ने तिरुवनंतपुरम में सुशासन पर दो दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया और कहा है कि प्रशासनिक व्यवस्थाओं का उद्देश्य समाज का कल्याण सुनिश्चित करने में सरकार की नीतियों को लागू करना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिविल सोसायटी की सक्रिय भागीदारी से ही लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूती मिलती है, इनके बिना सुशासन संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक कार्य में लगे प्रत्येक व्यक्ति के लिए संविधान की समझ आवश्यक है और इसी के अनुसार प्रशासन में सुधार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज और इसके दृष्टिकोण में हमेशा परिवर्तन होता रहता है, इसलिए सकारात्मक परिवर्तनों के साथ प्रशासन को भी चलना होगा।
केरल के राज्यपाल पी सतशिवम ने कहा कि सामाजिक और आर्थिक कल्याण की योजनाओं को लागू करने का कारगर और सक्षम तरीका अपनाया जाना चाहिए, ताकि लाभ लक्षित लाभार्थी तक पहुंचे। भारत सरकार में प्रशासनिक विभाग के सचिव केवीई यापेन भी इस अवसर पर उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि केरल में बाढ़ के दौरान सरकार तथा राज्य के जनता के लिए बचाव और राहत कार्य सुशासन का प्रमुख उदाहरण है। केरल के मुख्य सचिव टॉम जोस ने कहा कि नागरिकों और देश के हितों के बीच समन्वय से ही सुशासन संभव है। दो दिन के सम्मेलन में पश्चिम और दक्षिण भारत के 10 से अधिक राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

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