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लक्ष्य टीम का 'भीम चर्चा गांव-गांव' अभियान

मथुरा के गांव महमदपुर में 'लक्ष्य कैडर कैम्प' आयोजित

बहुजन समाज रूढ़ीवाद और अंधविश्वास छोड़े-लक्ष्य

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 13 December 2018 12:37:57 PM

lakshy teem ka bheem charcha gaanv-gaanv abhiyaan

मथुरा। भारतीय समन्वय संगठन 'लक्ष्य' की मथुरा टीम ने 'लक्ष्य भीम चर्चा गांव-गांव' अभियान के तहत गोवर्धन क्षेत्र के गांव महमदपुर में 'लक्ष्य कैडर कैम्प' का आयोजन किया, जिसमें गांव के लोगों ने बढ़चढ़कर भाग लिया। 'लक्ष्य कैडर कैम्प' को 'लक्ष्य' के कमांडरों ने संबोधित किया और कहा कि अगर बहुजन समाज को मजबूत होना है तो उसे गांव-गांव में भीम चर्चा करनी होगी। लक्ष्य कमांडरों ने कहा कि यह परिवर्तन का दौर है और हर समाज रूढ़ीवादी अंधविश्वास और सामाजिक कुरीतियों का परित्याग करके अपने समाज की भलाई में लगा है। लक्ष्य कमांडरों ने कहा कि बहुजन समाज अपनी ऊर्जा समाज की प्रगति में लगाए और नकारात्मक एवं दूसरों की आलोचनाओं में समय बर्बाद न करे।
फरीदाबाद हरियाणा से आई लक्ष्य कमांडर कविता जाटव ने महिलाओं को जागरुक बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब तक बहुजन समाज की महिलाएं समाज की प्रगति के लिए आगे नहीं आएंगी तबतक बहुजन समाज की मजबूती की कामना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि सामाजिक अधिकार जागरुकता के अभाव में बहुजन समाज की महिलाएं अंधविश्वास में ज्यादा फंसी हुई हैं, परिणामस्वरूप लगभग सारा बहुजन समाज सामाजिक कुरीतियों में जकड़ा हुआ है। कविता जाटव ने कहा कि बहुजन समाज को देश में अपनी स्थिति में सुधार लाने के लिए महिलाओं को बराबरी का दर्जा देना होगा और बालिकाओं को शिक्षित करना होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना कुछ भी संभव नहीं है, शिक्षा की अनदेखी करके बहुजन समाज ने बड़ा नुकसान उठाया है। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज का सम्पन्न वर्ग अपनी जिम्मेदारी निभाए।
लक्ष्य यूथ कमांडर धीरेंद्र कुमार ने कहा कि बहुजन समाज के युवाओं को बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर की शिक्षाओं को गंभीरता से समझना होगा। उन्होंने गांववासियों से डॉ अम्बेडकर के मार्ग पर चलने की अपील की। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज में घर-घर भीम चर्चा करनी होगी। उन्होंने कहा कि लक्ष्य की टीमें यह कार्यकर रही हैं। लक्ष्य यूथ कमांडर हरीश गौतम ने कहा कि हमें अपने परिवार की जिम्मेदारियों के साथ-साथ समाज के अधिकारों के लिए भी संघर्ष करना चाहिए। उन्होंने निराशा प्रकट करते हुए कहा कि आज भी बहुजन समाज के लोगों पर अत्याचारों की ख़बर सुनने में आती रहती है और अत्याचारों के विरुद्ध कहीं से कोई आवाज़ नहीं आती है। उन्होंने कहा कि यह और भी ज्यादा दुखद हो जाता है, जब सरकार में बैठे बहुजन समाज के लोग इन अत्याचारों पर अपना मुंह तक नहीं खोलते हैं।
हरीश गौतम ने कहा कि बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के मानने वाले लोग लाचार नहीं हैं, वो किसी भी शोषण का मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा कि लाचार तो वो स्वार्थी नेता हैं, जो अत्याचारों पर अपना मुंह ही नहीं खोलते हैं। उन्होंने कहा कि स्वार्थी नेताओं का बहिष्कार कीजिए और इनके ढोंग से बचने का भी प्रयास कीजिए। लक्ष्य के एनसीआर प्रभारी गंगालाल गौतम ने लक्ष्य के सामाजिक जागरुकता अभियान पर कहा कि देश में बहुजन समाज का यह पहला संगठन है, जो महिलाओं और युवाओं को समाज के नेतृत्व के लिए तैयार कर रहा है। उन्होंने आह्वान किया कि लक्ष्य की सामाजिक क्रांति में जुड़ें, ताकि बहुजन समाज की सामाजिक जड़ों को मजबूत किया जा सके। लक्ष्य कमांडर पन्नालाल प्रधान ने धन्यवाद किया और आसपास के गांवों में लक्ष्य को और मजबूत करने का संकल्प व्यक्त ‌किया।

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