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युवा दकियानूसी रूढ़ियों से मुक्त हों-नायडु

गुजरात में यशवंत राव केलकर की स्मृति में सम्मेलन

अनुकरणीय उपलब्धियों पर युवा पुरस्कार प्रदान किए

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 31 December 2018 01:37:03 PM

vice president m. venkaiah naidu addressing

अहमदाबाद। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने गुजरात में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् को छात्र संगठन के रूपमें स्थापित करने वाले यशवंत राव केलकर की स्मृति में परिषद के 64वें राष्ट्रीय सम्मेलन में अनुकरणीय उपलब्धियों के लिए युवा पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने कहा कि ये पुरस्कार युवा सामाजिक और राजनैतिक कार्यकर्ताओं के सफल प्रयासों एवं उपलब्धियों को युवाओं के सामने प्रस्तुत करने का सराहनीय माध्यम है। गौरतलब है कि ये पुरस्कार वर्ष 1991 से दिए जा रहे हैं। इस वर्ष जालोर राजस्थान के संदीप कुमार को यशवंत राव केलकर पुरस्कार दिया गया है, जिन्होंने सरकारी स्कूलों में नवोन्मेष और उद्यमिता को प्रोत्साहित किया है। इससे पूर्व डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ सतीश रेड्डी, प्लास्टिक वेस्ट का पुनरुपयोग करने वाले इम्तियाज अली, युवाओं में नशामुक्ति के लिए काम करने वाले मणिपुर के आरके विश्वजीत सिंह भी इस पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने विद्यार्थी परिषद के महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए चलाए गए ‘मिशन साहसी’ की सराहना करते हुए कहा कि विद्यार्थी परिषद जैसे छात्र संगठनों को युवाओं के लिए आपदा राहत प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम आयोजित करने चाहिएं। उपराष्ट्रपति ने छात्र संगठनों से कहा कि युवा वालंटियर बनकर लक्षित लाभार्थियों को सरकारी कार्यक्रमों का लाभ उठाने में सहायता करें। उन्होंने छात्र संगठनों का आह्वान किया कि वे संकीर्ण भेदभाव से परे युवाओं में देश सर्वप्रथम का भाव उत्पन्न करें। उन्होंने कहा कि देश का भविष्य युवाओं के अदम्य पुरुषार्थ से ही सींचा जाएगा। देश की संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन की अपील करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि हर भावी पीढ़ी हमारी समृद्ध प्राचीन परंपरा की उत्तराधिकारी है और हर पीढ़ी का दायित्व है कि वह इस विरासत को न केवल संरक्षित करे, बल्कि उसे समृद्ध और समय के साथ उसमें सकारात्मक बदलाव भी लाए। उपराष्ट्रपति ने विद्यार्थी परिषद के पूर्वोत्तर राज्यों के छात्रों को देश के अन्य राज्यों से परिचित कराने के कार्यक्रम की भी सराहना की।

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