स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 3 January 2019 07:47:43 PM
जयपुर। आदिवासी संत और सुखी परिवार फाउंडेशन के संस्थापक एवं गणि राजेंद्र विजय ने आज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। संत गणि राजेंद्र विजय के दिल्ली से गुजरात तक की पदयात्रा के दौरान जयपुर पहुंचने पर अशोक गहलोत ने उनका स्वागत करते हुए उन्हें राज्य अतिथि का सम्मान प्रदान किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी एवं सुखी परिवार फाउंडेशन के संयोजक ललित गर्ग ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दो पुस्तकें ‘संत और सुधाकर’ एवं ‘जीवन का कल्पवृक्ष’ भेंट करते हुए गणि राजेंद्र विजय के आदिवासी उत्थान के कार्यक्रमों की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मौके पर कहा कि भगवान महावीर के अहिंसा एवं शांति के सिद्धांतों पर चलकर ही स्वस्थ समाज एवं राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है, राजनीति में हिंसा एवं अराजकता की स्थितियों का बढ़ना चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि जरूरी है कि भारत की राजनीति और राजनेता भगवान महावीर के अहिंसा के सिद्धांतों को अपनाते हुए अहिंसा एवं शांति के मार्ग पर बढ़ें। उन्होंने गणि राजेंद्र विजय के समाज निर्माण एवं आदिवासी उत्थान के कार्यक्रमों को उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि गणिजी आध्यात्मिक शक्ति के साथ संपूर्ण राष्ट्र में शांति और भाईचारे का संदेश फैला रहे हैं, मौजूदा माहौल में उनके संदेश शांति एवं सौहार्द स्थापित करने के साथ लोकतांत्रिक मूल्यों के उन्नत व्यवहार का माध्यम बनेंगे और देश एवं समाज में समरसता आएगी। उन्होंने कहा कि संतपुरुष ही सच्चा मार्गदर्शन कर समाज को हिंसा और भय से मुक्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने गणि राजेंद्र विजय के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें अपना पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया।
गणि राजेंद्र विजय ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में दायित्व और कर्तव्यबोध जागे, तभी लोकतंत्र को सशक्त किया जा सकता है, यही वक्त है जब अहिंसक शक्तियों को संगठित किया जाना जरूरी है, इसी उद्देश्य को लेकर हम अहिंसक शक्तियों को संगठित कर रहे हैं एवं आदिवासी उत्थान में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सुखी परिवार अभियान के माध्यम से अहिंसा एवं समतामूलक समाज की प्रतिष्ठा हो सकती है। गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने कहा कि भारत को यदि शक्तिशाली एवं समृद्ध बनाना है तो आदिवासी जनजीवन को राष्ट्र की मूलधारा में लाना होगा। ललित गर्ग ने कहा कि आदिवासी समाज को साथ में रखकर ही विकास को परिपूर्ण आकार दिया जा सकता है। इस अवसर पर जयपुर तपागच्छ संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र ओसवाल, उपाध्यक्ष राकेश मोहनोत, मानक ओसवाल, निर्मल सोगानी, राजू ओसवाल पूना, राहुल वत्स दिल्ली और सुरेंद्र शर्मा दिल्ली मुख्यरूप से उपस्थित थे।