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Monday 14 January 2019 01:06:37 PM
मुंबई। दहाड़ते शेर के मानिंद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मंच पर आगमन का जोश बने गीत 'आया रे ठाकरे' ने लोगों को काफी प्रभावित किया। एक बार ऐसा लगा कि सुपरमैन और शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे की ऊर्जा सभी के दिलों में प्रवेश कर गई हो। इस गाने का मराठी वर्ज़न भी उतना ही प्रभावशाली है। अगला गाना 'साहेब तू' लोगों को बालासाहेब ठाकरे के रोमांचक सफ़र पर ले गया। राज्यसभा सांसद और पत्रकार संजय राऊत ने इस मौके पर कहा कि जब उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे ने 'साहेब तू' गाने को सुना तो दोनों उतने ही भावुक हो गए, जितना कि उन दोनों ने इस गाने को एंजॉय किया। इस गाने की गहराई कुछ ऐसी थी कि दोनों पूरी तरह से गाने में डूब गए थे, उस वक्त और सभी को भी एक शून्य का आभास सा हुआ, जैसे गाना सुनते वक्त दोनों ने बालासाहेब ठाकरे के उसी जज़्बे को अपने सामने खड़ा पाया। यह गाना जैसे-जैसे आगे बढ़ता गया, उद्धव ठाकरे की भावनाओं का वेग भी बढ़ता गया। इस गाने के पूरा होने के बाद उद्धव ठाकरे ने ये शब्द कहे कि इस गाने के बोल बेहद प्रभावशाली हैं।
मुम्बई का ताज लैंड्स एंड पूरी तरह से भगवा रंग में छाया हुआ था और ठाकरे लैंड में तब्दील हो गया था। ऐसा लगा कि मानो वहां साक्षात बालासाहेब ठाकरे की गरिमामयी मौजूदगी है और उनके सामने ऊर्जा और हिम्मत से लबरेज़ शिवसेना किसी महामुकाबले को खड़ी है। भगवा रंग का फेटा धारण कर मुस्कुराते चेहरों और नौ गज की साड़ी पहनी महिलाओं की उपस्थिति, तुतारी की आवाज़ और नासिक ढोल के जोश ने माहौल को बेहद उत्साहित कर दिया था। दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उद्धव ठाकरे मंच पर पहुंचे। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने उल्लेख किया कि किस तरह से संजय राऊत ने शुरुआती दिनों में इस गाने का मोबाइल पर रिकॉर्ड किया गया वर्ज़न उन्हें भेजा था। उद्धव ठाकरे ने बताया कि कैसे इस गाने से वे बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि जो भी 'आया रे ठाकरे' को सुनेगा वो इसकी धुनों पर झूमने पर मजबूर हो जाएगा, इस गाने के बोल बेहद गहनता से सम्पन्न और अर्थपूर्ण हैं, इस गाने ने मुझे काफ़ी भावुक कर दिया था और इससे मुझे बालासाहेब की मौजूदगी का एहसास भी हुआ। वहां मौजूद और लोगों ने भी उद्धव ठाकरे की इस बात को महसूस किया।
वायकॉम 18 स्टूडियोज़ के सीओओ अजीत अंधारे का कहना है कि मराठी सिनेमा के इतिहास में यह फ़िल्म सबसे ज़्यादा स्क्रींस पर दिखाई जानेवाली फ़िल्म साबित होगी। उन्होंने कहा कि हमारे लिए 'ठाकरे' के साथ जुड़ने की कई वजहें थीं, फ़िल्म का किरदार और विषय लाजवाब है, फ़िल्म को लेकर हमारा और संजय राऊत का नज़रिया भी एक जैसा है, इसके अलावा 'ठाकरे' हमारी 75वीं हिंदी फ़िल्म और 10वीं मराठी फ़िल्म है, जो हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि हमें बायोपिक फ़ैक्ट्री के तौर पर जाना जाता है, मगर ये फ़िल्म हमारे लिए बेहद अलग किस्म की फ़िल्म है, बल्कि फ़िल्म ने एक तरह से हमें डरा दिया था, क्योंकि हमपर ठाकरे की शख़्सियत के साथ पूरी तरह से न्याय करने का दारोमदार था, इसी से हम फ़िल्म को लेकर काफ़ी उत्साहित भी हैं। कार्निवल ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ श्रीकांत बंसी ने इस मौके पर कहा कि दुनियाभर में फ़िल्म का बेसब्री से इंतज़ार किया जा रहा है, जिसमें मीडिल ईस्ट का भी समावेश है। डॉ श्रीकांत बंसी ने बताया कि यह फिल्म बहरीन, कतर और सऊदी अरब में 200 स्क्रींस पर दिखाई जाएगी, जो साल 2018 के सबसे बड़े ब्लॉकबस्टर फ़िल्मों से कहीं ज़्यादा है, चीन को छोड़कर सिंगापुर, मलेशिया और एशिया के तमाम देशों के 500-600 स्क्रींस पर इस फ़िल्म का प्रदर्शन किया जाएगा।
बालासाहेब ठाकरे की शख़्सियत को बेहतरीन ढंग से दर्शाने वाले गाने 'आया रे ठाकरे' का चित्रण देखने के बाद नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी का कहना है कि वो इसे देखकर हैरत में है। अमृता राव ने पहले दिन की शूट का किस्सा बताया कि सेट पर उनकी मुलाक़ात नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी से हुई थी, मगर उन्होंने मुझे नहीं पहचाना। अमृता ने कहा कि नवाज़ुद्दीन बिल्कुल मेरे बगल में खड़े थे, मगर उन्होंने मुझे नहीं पहचाना, क्योंकि उस वक्त मैंने 60 वर्षीय मीनाताई का अवतार लिया हुआ था। मंच पर मौजूद आदित्य ठाकरे ने सभी की भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि फ़िल्म 'ठाकरे' साल 2019 की सबसे बड़ी फ़िल्म है। 'ठाकरे' के प्रस्तुतकर्ता संजय राऊत हैं। इसका निर्माण राऊ'तर्स एंटरटेनमेंट एलएलपी, वायकॉम 18 मोशन पिक्चर्स और कार्निवल मोशन पिक्चर्स ने मिलकर किया है। फ़िल्म का निर्देशन अभिजित फणसे ने किया है। संगीत रोहन-रोहन का है। आया रे ठाकरे के बोल पद्मश्री सुनील जोगी ने लिखे हैं। दूसरे गाने साहेब तू को मनोज यादव ने लिखा है। मंदार चोलकर ने भी एक गाना आपने साहेब ठाकरे लिखा है। आदित्य पौडवाल ने फ़िल्म के संगीत निर्माण में सहयोग दिया है। नक्श अजीज़ ने आया रे ठाकरे, सुखविंदर सिंह ने साहेब तू और अवधूत गुप्ते ने आपले साहेब ठाकरे गानों को आवाज़ दी हैं। अहमद खान ने फ़िल्म के बेहद ख़ास गाने 'साहेब तू' को कोरियोग्राफ़ किया है।