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Friday 18 January 2019 01:37:29 PM
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 जनवरी को मुंबई में भारतीय सिनेमा के राष्ट्रीय संग्रहालय 'नेशनल म्यूजियम ऑफ इंडियन सिनेमा' का उद्घाटन करेंगे। यह शानदार संग्रहालय 140.61 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हुआ है। संग्रहालय में विजुअल, ग्राफिक्स, शिल्प और मल्टीमीडिया प्रस्तुतिकरण के जरिए लोगों को किस्से-कहानी के रूपमें सिनेमा के एक सदी से अधिक पुराने इतिहास की जानकारी दी जाएगी। यह संग्रहालय श्याम बेनेगल और प्रसून जोशी की अध्यक्षता में संग्रहालय सलाहकार समिति के मार्गदर्शन में तैयार किया गया है। यह संग्रहालय दो इमारतों नवीन संग्रहालय भवन और 19वीं शताब्दी के ऐतिहासिक महल गुलशन महल में स्थित है। दोनों इमारतें मुंबई में फिल्म प्रभाग परिसर में हैं।
नवीन संग्रहालय भवन में चार प्रदर्शनी हॉल मौजूद हैं। गांधी और सिनेमा में महात्मा गांधी के जीवन पर बनी फिल्में मौजूद हैं। इसके साथ सिनेमा पर उनके जीवन के गहरे प्रभाव को भी दिखाया गया है। बाल फिल्म स्टूडियो में आगुंतकों, खासकर बच्चों को फिल्म निर्माण के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और कला को जानने का मौका मिलेगा, इस हॉल में कैमरा, लाइट, शूटिंग और अभिनय से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध होंगी। प्रौद्योगिकी, रचनात्मकता और भारतीय सिनेमा में भारतीय फिल्मकारों को प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की जानकारी मिलेगी। रजत पटल पर फिल्मकारों के सिनेमाई प्रभाव को भी पेश किया गया है। भारतीय सिनेमा में देशभर की सिनेमा संस्कृति को दर्शाया गया है।
गुलशन महल एएसआई ग्रेड-II धरोहर संरचना है। इसे एनएमआईसी परियोजना के हिस्से के रूपमें दुरुस्त किया गया है। यहां पर भारतीय सिनेमा के 100 वर्ष से अधिक की यात्रा दर्शाई गई है। इसे 9 वर्गों में विभाजित किया गया है, जिनमें सिनेमा की उत्पत्ति, भारत में सिनेमा का आगमन, भारतीय मूक फिल्म, ध्वनि की शुरूआत, स्टूडियो युग, द्वितीय विश्वयुद्ध का प्रभाव, रचनात्मक जीवंतता, न्यू वेव और उसके उपरांत तथा क्षेत्रीय सिनेमा शामिल हैं।