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Thursday 31 January 2019 05:17:50 PM
मुंबई। वाइस एडमिरल अजीत कुमार पी ने आज मुंबई में पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का पदभार संभाल लिया है। उन्होंने वाइस एडमिरल गिरीश लूथरा का स्थान लिया है, जो भारतीय नौसेना में लगभग चार दशक के शानदार कैरियर के बाद सेवानिवृत्त हुए हैं। नौसेना एयर स्टेशन शिकारा में एक शानदार रस्मी परेड में निवर्तमान और नए कमांडिंग-इन-चीफ को औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद वाइस एडमिरल अजीत कुमार पी निवर्तमान कमांडिंग-इन-चीफ से औपचारिक रूपसे नौसेना की कमान संभालने के लिए पश्चिमी नौसेना कमान मुख्यालय गए।
सैनिक स्कूल कझाकूटम और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के छात्र रहे वाइस एडमिरल अजीत कुमार पी को 1 जुलाई 1981 को भारतीय नौसेना में कमीशन किया गया था। मिसाइल और तोप विशेषज्ञ के रूपमें फ्लैग अधिकारी ने देश और विदेश में युद्धपोतों की सेवा की है। एडमिरल अजीत कुमार पी को दो विदेशी युद्धपोतों सहित छह युद्धपोतों की कमान संभालने का दुर्लभ गौरव प्राप्त है। इनमें गाइडेड मिसाइल कोरवेट आईएनएस कुलिश, गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस तलवार, गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस मुंबई और आईएनएस मैसूर शामिल हैं। वे प्रतिष्ठित नेवल वॉर कॉलेज न्यूपोर्ट अमेरिका के भी छात्र रहे हैं। एडमिरल ने प्रारंभिक विशेषज्ञ और कमान नियुक्तियों में पश्चिमी नौसेना कमान में बड़े पैमाने पर सेवा की है। वह पश्चिमी नौसेना कमान के चीफ स्टाफ ऑफिसर (परिचालन) भी रहे हैं।
वाइस एडमिरल अजीत कुमार पी पूर्वी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग, गनरी और मिसाइल ट्रेनिंग स्कूल के कमांडिंग ऑफिसर-आईएनएस द्रोणाचार्य आईएचक्यू मंत्रालय नौसेना में सहायक कार्मिक के सहायक और चीफ ऑफ स्टाफ के रूपमें काम कर चुके हैं। वह 13 दिसंबर को वाइस एडमिरल के पद पर पदोन्नत हुए औरएझिमाला में प्रतिष्ठित भारतीय नौसेना अकादमी के कमांडेंट रहे हैं। उनके कार्यकाल में उच्च संयुक्त रक्षा प्रबंधन में व्यापक अनुभव भी शामिल है, जहां उन्होंने मुख्यालय आईडीएस में डिप्टी चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (ऑपरेशंस) और डिप्टी चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (पॉलिसी प्लानिंग एंड फोर्स डेवलपमेंट) के रूपमें काम किया है। वे अपनी पिछली नियुक्ति में नौसेना मुख्यालय, नई दिल्ली में वाइस चीफ ऑफ नेवल स्टाफ थे। वे वर्ष 2006 में विशिष्ट सेवा पदक, 2014 में अतिविशिष्ट सेवा पदक और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से 2019 में परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित हुए हैं।