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Saturday 2 February 2019 06:09:54 PM
भिवानी (हरियाणा)। आदर्श महिला महाविद्यालय भिवानी में राज्यस्तरीय अन्त: महाविद्यालय प्रतियोगिता 'प्रतिभा पर्व' का आयोजन हुआ, जिसमें चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रोफेसर आरके मित्तल मुख्य अतिथि के रूपमें शामिल हुए। कार्यक्रम में जीवन विज्ञान योग ध्यान ट्रस्ट और वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के प्रधान शिवरत्न गुप्ता, महाविद्यालय प्रबंधकारिणी समिति की उपाध्यक्ष सुनीता गुप्ता, कोषाध्यक्ष सुंदरलाल अग्रवाल और प्राचार्या डॉ माया यादव ने प्रोफेसर आरके मित्तल को पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका भव्य स्वागत किया। प्रोफेसर आरके मित्तल ने इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि नेतृत्व और भागीदारी से विश्वास बढ़ता है और इसी विश्वास से हम निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ पुस्तकों से ही बहुमुखी प्रतिभा को प्राप्त नहीं किया जा सकता, अपितु सभी क्षेत्रों में भागीदारी होना भी आवश्यक है।
प्रोफेसर आरके मित्तल ने छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजनों का मकसद विद्यार्थियों में प्रतिभा को निखारने से है, चाहे वो कोई भी क्षेत्र हो सामाजिक, सांस्कृतिक या खेल हर क्षेत्र में एक कुशल नेतृत्व की आवश्यकता होती है और यह नेतृत्व इस प्रकार के आयोजनों से ही विद्यार्थियों में जागृत हो सकता है। उन्होंने असफलता को कम करने के लिए आत्मविश्वास, अनुशासन और कार्य करने की लगन को एक अच्छी दवा बताया। उन्होंने खेलकूद को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने पर भी जोर दिया, साथ ही सामाजिक समस्याओं को समाप्त करने के लिए सभी को ज्ञान के साथ समाज में उचित नेतृत्व करने को कहा। आरके मित्तल ने कहा कि भारत एक प्रगतिशील देश है, नई सोच एवं नए जोश के साथ हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए सिर्फ इंजीनियर, डॉक्टर और सरकारी नौकरी तक सीमित रहना उचित नहीं है।
वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के प्रधान शिवरत्न गुप्ता ने छात्रों से भावनात्मक समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए कहा कि आंतरिक विश्लेषण करना जरूरी है तभी हम अपनी प्रतिभा को पूर्ण निखार पाएंगे। प्रतिभा पर्व का उद्घाटन समाजसेविका मीनू बुवानीवाला एवं वंदना पूनिया ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके किया। मीनू बुवानीवाला ने छात्रों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि प्रतियोगिताएं हमारे व्यक्तित्व विकास और भविष्य निर्माण के लिए मार्ग प्रशस्त करती हैं। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिताओं का मकसद सिर्फ हार-जीत तक सीमित नहीं होता, क्योंकि प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धा करके हम चुनौतियों से निपटने का सबक सीखते हैं। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ माया यादव ने महाविद्यालय में उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं के बारे में बताया और महाविद्यालय में सांस्कृतिक, शैक्षणिक और खेलजगत से सम्बंधित उपलब्धियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
प्रतिभा पर्व में विभिन्न कॉलेजों के अलग-अलग विभागों जैसे- वाणिज्य विभाग की भाषण प्रतियोगिता, होम साईंस विभाग की रंगोली प्रतियोगिता, मनोविज्ञान विभाग की प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, विज्ञान विभाग की पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, समाजशास्त्र विभाग की भाषण प्रतियोगिता, कम्प्यूटर विभाग की टैक्नोस्लाइड प्रतियोगिता, संगीत विभाग की सुरसरिता प्रतियोगिता, हिंदी विभाग की विभिन्न भाषाओं में कविता गायन प्रतियोगिता और चित्रकला विभाग की ऑन द स्पोट चित्रकला प्रतियोगिता में प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया, जिसमें उनका बौद्धिक, संगीतात्मक, कलात्मक एवं भावनात्मक स्तरपर विश्लेषण हुआ। प्रतिभा पर्व में विभिन्न स्तरों पर हुईं प्रतियोगिताओं में 110 छात्र-छात्राओं की कुल 17 टीमों ने भाग लिया। उपकुलपति प्रोफेसर आरके मित्तल ने सभी विजेता छात्रों को सम्मानित किया।