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Saturday 16 March 2013 10:33:49 AM
अयोध्या। अखिल भारत हिंदू महासभा अपनी राजनीतिक शक्ति का अहसास कराने और श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य निर्माण का सिंहनाद करने के लिये 25 मई को अयोध्या में हिंदू सम्मेलन आयोजित करेगी। सम्मेलन का आयोजन कमलेश तिवारी के नेतृत्व में किया जा रहा है। सम्मेलन में पांच हजार से ज्यादा हिंदू महासभाईयों और साधू-संतों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। यह जानकारी हिंदू महासभा के उत्तर भारत के प्रभारी एवं फैजाबाद लोकसभा के उम्मीदवार रविंद्र द्विवेदी ने ई-मेल में दी।
द्विवेदी ने बताया कि हिंदू सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। हिंदू सम्मेलन में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का राजनीतिकरण करने वाले संगठनों को बेनकाब करने और हिंदू महासभा तथा साधू-संतों के नेतृत्व में भव्य हिंदू निर्माण का सिंहनाद होगा। सम्मेलन में जम्मू कश्मीर की धारा 370 की समाप्ति, समान नागरिक संहिता लागू करना, पृथक अवध प्रांत का गठन, गो हत्या और धर्मांतरण के विरूद्ध कानून बनवाना, धर्म सापेक्ष हिंदू राजनीति के माध्यम से आतंकवाद के समूल नाश, धर्म रक्षा-राष्ट्र रक्षा, जीव रक्षा का संकल्प सहित एक दर्जन से अधिक राष्ट्रीय प्रस्ताव पारित किए जाएंगे।
हिंदू सम्मेलन में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान आदि विभिन्न प्रदेशों में पांच हजार से ज्यादा प्रतिनिधियों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रांतीय हिंदू महासभा पदाधिकारियों को हिंदू सम्मेलन को सफल बनाने के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। हिंदू सम्मेलन को स्वामी ज्ञानदास महाराज, स्वामी ओमजी महाराज, बस्ती लोकसभा के हिंदू महासभा प्रत्याशी अधिवक्ता सुशील मिश्रा, हिंदू स्वराज्य सेना के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र भाटी सहित अयोध्या के जाने-माने धर्माचार्य संबोधित करेंगे।
सम्मेलन में हिंदू महासभा के पूर्व पदाधिकारियों डॉ संतोष राय, स्वामी चक्रपाणी, हिमानी सावरकर, चंद्र प्रकाश कौशिक, बाबा पंडित नंद किशोर मिश्र, बाबा राम स्वरूप महाराज, स्वामी विद्या चैतन्य महाराज, महंत नारायण गिरि महाराज, राकेश आर्य, राजकुमार त्यागी आदि को भी उत्तर भारत हिंदू महासभा आमंत्रित करेगी। यह हिंदू सम्मेलन देश की राष्ट्रीय राजनीति में परिवर्तन का आगाज होगा।