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Thursday 14 February 2019 01:42:32 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय की मीडिया इकाईयों का पहला वार्षिक सम्मेलन दिल्ली के विज्ञान भवन में हुआ, जिसकी अध्यक्षता सूचना और प्रसारण राज्यमंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौर ने की। सम्मेलन के दौरान मीडिया इकाईयों के कामकाज की समीक्षा की गई। सम्मेलन का केंद्र बिंदु अपने दैनिक कार्यकलाप में मीडिया इकाईयों के बीच परस्पर समन्वय सुनिश्चित करना था। सम्मेलन में संचार के लिए आधुनिक तकनीकी उपकरणों के उपयोग पर भी चर्चा की गई। कर्नल राज्यवर्धन राठौर ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों के कार्यों की सराहना की और इस तथ्य को रेखांकित किया कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के सबसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों में से एक है।
सूचना और प्रसारण राज्यमंत्री ने आईआईएस अधिकारियों से बेहतर प्रदर्शन के लिए मिशन दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने अधिकारियों से नए युग के संचार उपकरणों को अपनाने और उपयोग करने का आग्रह किया। कर्नल राज्यवर्धन राठौर ने कहा कि मीडिया इकाईयों की परीक्षा इस बात से संबंधित है कि वे जमीनी स्तर तक अपनी पहुंच सुनिश्चित कर पाने में कितना सफल होते हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी संवाद में क्षेत्रीय भाषाओं का उपयोग महत्वपूर्ण है। राज्यवर्धन राठौर ने आईआईएस प्रशिक्षुओं को विदेश में प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए मंत्रालय की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण को बेहतर बनाने के लिए निरंतर कार्य करने की आवश्यकता है, यह दोनों स्तरों पर होना चाहिए यानी नियुक्ति के समय और सेवा के दौरान।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव अमित खरे ने कहा कि प्रभावी आऊटरीच के लिए मीडिया इकाईयों को परस्पर समन्वय को बेहतर बनाना चाहिए। उन्होंने परिणाम आधारित दृष्टिकोण अपनाते हुए कार्य करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि निरंतर बदलते प्रौद्योगिकी के साथ समन्वय बनाया जाना चाहिए। सूचना और प्रसारण मंत्रालय की पूरे देश की विभिन्न मीडिया इकाईयों में कार्य कर रहे 125 अधिकारियों ने सम्मेलन में भाग लिया।