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Saturday 2 March 2019 04:11:23 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंदर सिंह ने वर्ष 2016-2017 के लिए एकीकृत इस्पात संयंत्रों के श्रेष्ठ कार्यप्रदर्शन के लिए प्रतिभागियों को अन्य पुरस्कारों के साथ ही 25वीं प्रधानमंत्री ट्रॉफी भी प्रदान की। चौधरी बीरेंदर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यह ट्रॉफी दूसरे संयंत्रों को भी भविष्य में अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरणा देगी। उन्होंने कहा कि भारतीय इस्पात उद्योग ने इन वर्षों में अनेक चुनौतियों का सामना किया है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व में इस्पात का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक हो गया है। इस्पात मंत्री ने इस्पात क्षेत्र में काम कर रहे लोगों की सुरक्षा पर बल देते हुए कहा कि मानव जीवन मूल्यवान है और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए हमें अपने सभी संसाधनों का इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस्पात उद्योग में सुरक्षित कार्यस्थिति के लिए इस्पात मंत्रालय में शीघ्र सुरक्षा निदेशालय बनाया जाएगा।
इस्पात सचिव बिनय कुमार ने इस्पात उद्योग से निर्यात बढ़ाने का आग्रह करते हुए कहा कि इस्पात उद्योग को भविष्य की आवश्यकता पूरी करने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने स्पर्धी बने रहने के लिए इस्पात क्षेत्र में और अधिक अनुसंधान और विकासकार्य की आवश्यकता पर बल दिया। टाटा स्टील लिमिटेड जमशेदपुर ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए 2 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार के साथ प्रधानमंत्री की ट्रॉफी जीती। टाटा स्टील ने घरेलू इस्पात उद्योग के लिए 2016-2017 में उत्पादकता, टेक्नो इकोनॉमिक्स, नवाचार तथा अनुसंधान और विकास में नए मानक स्थापित करने में सफलता प्राप्त की है और कुछ चुनिंदा क्षेत्र में टाटा स्टील का प्रदर्शन अंतर्राष्ट्रीय मानकों के निकट रहा है। टाटा इस्पात संयंत्र ने उच्च सक्षमता, अनेक आईपीआर तथा उत्पाद विकास के कारण सभी संयंत्रों के बीच रिकॉर्ड श्रेष्ठ वित्तीय प्रदर्शन किया है। दूसरे श्रेष्ठ समग्र प्रदर्शन के लिए इस्पात मंत्री की ट्रॉफी 1 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार के साथ जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड विजयनगर को प्रदान की गई है।
जेएसडब्ल्यू विजयनगर ने 2016-2017 में अपनी स्थिति में सुधार करके 21 प्रतिशत का लाभ अर्जित किया। संयंत्र ने टेक्नो इकोनॉमिक्स दृष्टि से शानदार प्रदर्शन के अतिरिक्त सतत विकास की दिशा में अपना संकल्प व्यक्त किया। जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड डोलवी को कार्यप्रदर्शन में समग्र सुधार के साथ अधिकतम वृद्धि के लिए 25 लाख रुपये के नकद पुरस्कार के साथ प्रशंसा प्रमाणपत्र मिला। भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड राउरकेला को बीओबीएस वैगनों की स्थित सुधारने के समय में कटौती की पहल करने के लिए प्रशंसा प्रमाणपत्र और विषय आधारित पुरस्कार प्रदान किया गया है। जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड रायगढ़ को स्वयं को प्रक्रिया आधारित संगठन में परिवर्तित करके संगठनात्मक ढांचे में बदलाव की पहल के लिए प्रशंसा प्रमाणपत्र और विषय आधारित पुरस्कार दिया गया है।