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Sunday 10 March 2019 02:41:48 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि फिल्म उद्योग और फिल्म निर्माताओं को प्रोत्साहित करने के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार की फिल्म प्रोत्साहन नीति को हाथोंहाथ लेकर फिल्म निर्माताओं ने प्रदेश में इस कार्य को गति दी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से बड़ा बाज़ार अन्यंत्र नहीं मिलेगा। मुख्यमंत्री ने यह बात इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में फिल्म बंधु उत्तर प्रदेश एवं पीएचडी चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री यूपी चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित उत्तर प्रदेश स्टेट फिल्म फेस्टिवल एंड सेमिनार के दौरान फिल्म सब्सिडी वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कही। इस अवसर पर उन्होंने 14 फिल्मों के निर्माताओं को लगभग 7 करोड़ रुपये सब्सिडी के चेक भी वितरित किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 23 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में पर्यटन के सारे आयाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रयागराज कुम्भ पर आधारित फिल्म यदि बनाई जाएगी तो देश और दुनिया में बहुत हिट होगी। उन्होंने कहा कि समाज की दशा और आवश्यकता के अनुरूप अगर फिल्में बनती हैं तो लोग उन्हें पसंद करते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फिल्मों को दिए जाने वाले अनुदान का कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार जो भी पॉलिसी या प्रावधान बनाए, उसका लाभ लाभार्थी को समयबद्धता के साथ मिलना चाहिए। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन का उल्लेख करते हुए कहा कि यह केवल स्वच्छता के प्रति जागरण नहीं है, बल्कि महिलाओं के सम्मान और स्वास्थ्य के प्रति समाज में जागरुकता लाने से भी जुड़ा है। उन्होंने टॉयलेट एक प्रेम कथा फिल्म का उल्लेख किया और कहा कि ऐसी फिल्में समाज में जागरुकता लाने में काफी सहायक हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रयोग अन्य क्षेत्रों में भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरुकता आई है और इसपर काफी हदतक नियंत्रण लगा है, इससे लोगों के स्वास्थ्य का खर्च कम हुआ है, इतने प्रयास से 35 से 40 प्रतिशत दवा का खर्च कम हुआ है। उन्होंने कहा कि फिल्में जागरुकता में बहुत बड़ा योगदान कर सकती हैं। मुख्यमंत्री ने पूर्वांचल में इंसेफेलाइटिस के प्रकोप का उल्लेख करते हुए कहा कि इसपर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग को नोडल विभाग बनाकर सभी विभागों के सहयोग से चरणबद्ध तरीके से अभियान चलाया गया, पहला अभियान स्वच्छता से सम्बंधित था, दूसरा पेयजल, तीसरा चिकित्सालय की व्यवस्था को सुधारने तथा चौथे चरण में जागरुकता के विशेष अभियान चलाए गए हैं।
योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न महत्वपूर्ण आयोजनों पर फिल्म बनाने का सुझाव देते हुए वर्ष 2017 में दीपावली पर अयोध्या में मनाए गए दीपोत्सव का उल्लेख करते हुए कहा कि इसका परिणाम यह हुआ कि वर्ष 2018 के दीपोत्सव में कोरिया से वहां की फर्स्ट लेडी के नेतृत्व में एक डेलीगेशन आया था और वह दीपोत्सव में भाग लेकर एवं सम्मान पाकर अत्यंत प्रफुल्लित हुआ। उन्होंने कहा कि कोरिया निवासियों का मानना है कि हजारों वर्ष पूर्व उनके राजा का वैवाहिक सम्बंध उत्तर प्रदेश में हुआ था, वहां के लोग उत्तर प्रदेश सरकार के साथ उनके नाम पर यहां एक स्मारक बनाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक समन्वय में फिल्मों का बहुत योगदान है, राष्ट्र की एकता में फिल्मों का बड़ा रोल हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत की परंपराएं बहुत समृद्धशाली हैं, यहां स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाली विभूतियों की लंबी सूची है। उन्होंने कहा कि मणिकर्णिका का जन्म काशी में होता है और कर्मभूमि झांसी थी। अच्छी फिल्में नवयुवकों के लिए बेहद प्रेरणादायी साबित हो सकती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश में बनने वाली अच्छी एवं प्रेरणादायी फिल्मों के निर्माण को पूरा प्रोत्साहन देगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार फिल्म उद्योग और फिल्म निर्माताओं को बढ़ावा देने के लिए सभी कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माताओं को प्रदेश में फिल्म बनाने के लिए सभी प्रकार का सहयोग, सुरक्षा और सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
भोजपुरी अभिनेता रवि किशन, दिनेशलाल यादव उर्फ निरहुआ, अभिनेता आयुष्मान खुराना, फिल्मकार व अभिनेता सतीश कौशिक और फिल्म निर्माता बोनी कपूर ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। अपर मुख्य सचिव सूचना एवं फिल्म बंधु के अध्यक्ष अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में फिल्म उद्योग और फिल्म निर्माण को काफी बढ़ावा मिल रहा है, जिसका परिणाम है कि प्रदेश में लगभग 50 फिल्में निर्मित हो रही हैं, लखनऊ, मथुरा, आगरा जैसे स्थलों पर फिल्मों की शूटिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि फिल्म उद्योग को बढ़ावा मिलने से प्रदेश में रोज़गार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं, साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि फिल्म बन्धु फिल्म मेकर्स की हर सम्भव सहायता करेगा। उन्होंने बताया कि भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को प्रोत्साहित करने के दृष्टिगत वाराणसी में भोजपुरी फिल्म इंस्टीट्यूट स्थापित किया जाएगा। इस मौके पर मातृ एवं शिशु कल्याण राज्यमंत्री स्वाती सिंह, सूचना राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी, पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, फिल्म निर्माता, फिल्मकार, अभिनेता, लेखक इत्यादि मौजूद थे। कार्यक्रम में सूचना निदेशक शिशिर ने धन्यवाद ज्ञापन किया।