स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 18 March 2019 06:33:03 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार ने किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान यानी कुसुम योजना के तहत पंजीकरण के लिए धोखाधड़ी करने वाली वेबसाइटों से सावधानी बरतने को कहा है। गौरतलब है कि सरकार ने हाल ही में किसानों के लिए सौर पंप लगाने और सौर ऊर्जा संयंत्र को ग्रिड से जोड़ने से संबंधित योजना को मंजूरी दी है। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने 8 मार्च 2019 को योजना की प्रशासनिक स्वीकृति दी थी। विद्युत वितरण कंपनियां यानी डिस्कॉम और राज्य की नोडल एजेंसियों को इस योजना के कार्यांवयन की जिम्मेदारी सौंपी गई है और इसके लिए विस्तृत दिशा-निर्देश शीघ्र ही जारी किए जाएंगे।
भारत सरकार का कहना है कि उसके संज्ञान में आया है कि कुछ वेबसाइटें कुसुम योजना के लिए पंजीकरण पोर्टल होने का दावा कर रही हैं, ऐसी वेबसाइटें आम लोगों को धोखा दे रही हैं और जाली पंजीकरण पोर्टल के सहारे जमा किए गए आंकड़ों का दुरुपयोग कर रही हैं। इस संबंध में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय सभी लाभार्थियों और आम लोगों को सलाह देता है कि वे इन वेबसाइटों पर न ही अपनी जानकारियां साझा करें और न ही पंजीयन शुल्क जमा करें। योजना के संबंध में किसी भी जानकारी के लिए डिस्कॉम या राज्य नवीकरणीय ऊर्जा नोडल एजेंसी से सम्पर्क करें और किसी भी संदिग्ध वेबसाइट के बारे में मंत्रालय को सूचना दें। दिशा-निर्देश और योजना कार्यांवयन प्रक्रिया के लिए मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट www.mnre.gov.in का उपयोग करें।