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Monday 18 March 2013 09:45:46 AM
मैनपुरी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भारतीय सेना ने देश की रक्षा के साथ-साथ हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि सेना के वीर जवानों ने अपने प्राणों की परवाह न करते हुए देश की आन, बान तथा शान के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया, हमारे जवानों ने विषम परिस्थितियों में भी देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए देश के साथ-साथ जनता का भी सम्मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि सैनिकों को पूरा सम्मान देना हम सब का दायित्व है, प्रदेश सरकार भूतपूर्व सैनिकों, शहीदों की विधवाओं तथा इनके आश्रितों की हर संभव मदद करेगी।
मुख्यमंत्री जनपद मैनपुरी के पंडित जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित भूतपूर्व सैनिक सम्मेलन, सूर्य किरण मशाल रिले कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए यह गौरव की बात है कि यहां के युवा बड़ी संख्या में भारतीय सेना में सम्मिलित हैं। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए लड़ी गई प्रत्येक लड़ाई में यहां के सैनिकों ने अपनी कुर्बानियां दी हैं। यादव ने कहा कि जनपद में सैनिक स्कूल खोलने के लिए प्रदेश सरकार पूरा सहयोग करेगी। जनता, सेना तथा सरकार मिलकर काम करेगी तभी देश का सर्वांगीण विकास होगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि एक वर्ष के कार्यकाल में सरकार ने जनता से किए वायदों को तेजी से पूरा करने का प्रयास किया है, गांव, गरीब और किसान सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पाकर विकास की दौड़ में लगातार शामिल हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट सेवा करने एवं देश की रक्षा करते शहीद हुए वीर सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने राममूर्ति देवी पत्नी शहीद जगपाल सिंह, गीता देवी पत्नी शहीद मिलिट्री सिंह, मंजू यादव पत्नी शहीद मनीष कुमार, सुमन यादव पत्नी शहीद प्रवीन कुमार, नरायनश्री पत्नी शहीद सत्यप्रकाश, भगवती देवी पत्नी शहीद हेमसिंह, सेवानिवृत्त विशेश्वर सिंह, रमेश चंद्र, रामेश्वर सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह एवं होशियार सिंह को सम्मानित किया।
इस मौके पर मध्य कमान के लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चैत ने कहा कि मध्य कमान सूर्य किरण मशाल रिले के माध्यम से देश सेवा के 50 शानदार वर्ष पूरे होने की खुशी मना रहा है, सूर्य किरण मशाल रिले भूतपूर्व सैनिकों तथा वीर नारियों को आने वाली समस्याओं और शिकायतों को हल करने के लिए सदा तैयार रहने का संदेश देती है।
उन्होंने कहा कि मशाल ने लगभग 1500 किलो मीटर का सफर तय किया है। उन्होंने कहा कि मध्य कमान भतपूर्व सैनिकों, वीर नारियों तथा उनके आश्रितों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु कटिबद्ध है, हमारे सैनिक घर-घर जाकर उनकी समस्याएं सुन रहे हैं और प्राप्त शिकायतों में से 94 प्रतिशत का निस्तारण भी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि देश की सेना में मैनपुरी, इटावा, फर्रूखाबाद के लगभग 1 लाख लोग सेना में हैं और इतने ही सेवानिवृत्त लोग हैं, जो देश के लिए गौरव की बात है।
कार्यक्रम के उपरांत मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ईसीएचएस पालीक्लीनिक कंपोजिट फैसिलिटी की आधारशिला रखी। यह विशेष सुविधा केंद्र सेना कैंपिंग ग्राउंड में बनाया जा रहा है। यह भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए चलाए गए कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत उन्हें एक ही छत के नीचे ईसीएचएस पालीक्लीनिक, सीएसडी, कैफेटेरिया, आधुनिक विश्राम स्थल, एटीएम तथा कियोस्क जैसी मुख्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।