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पुणे में अफ्रीका-भारत प्रशिक्षण अभ्‍यास संपन्न

'शांति समृद्धि अंतर्राष्ट्रीय भाईचारे व विश्वास मूल्यों को बढ़ावा'

भारत सहित 17 अफ्रीकी देशों की रही उल्लेखनीय भागीदारी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 28 March 2019 02:34:34 PM

africa-india field training practice in pune

पुणे। फॉरेन ट्रेनिंग नोड औंध सैन्‍य स्‍टेशन पुणे में आयोजित अफ्रीका-भारत फील्‍ड प्रशिक्षण अभ्‍यास-2019 एक आकर्षक समापन समारोह के साथ सम्पन्न हुआ। समारोह में भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, भारतीय सेना के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और 17 अफ्रीकी देशों-बेनिन, बोत्सवाना, मिस्र, घाना, केन्या, मॉरीशस, मोजाम्बिक, नामीबिया, नाइजर, नाइजीरिया, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका, सूडान, तंजानिया, युगांडा, जाम्बिया और जिम्बाब्वे के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। भारतीय दल का प्रतिनिधित्व मराठा लाइट इन्फैंट्री यानी जंगी पल्टन ने किया। अफ्रीका-भारत फील्‍ड प्रशिक्षण अभ्‍यास में विभिन्न सामरिक अभ्यासों को दिखाया गया, जिसमें नागरिकों की सुरक्षा, युद्धक तैनाती, काफिले की सुरक्षा, गश्त के पहलुओं और अभ्‍यास के दौरान काम में आए विस्फोटक उपकरणों के निष्प्रभावीकरण को शामिल किया गया, जो पिछले 10 दिन से संयुक्त अभ्यास के हिस्से के रूपमें संचालित थे।
अफ्रीका-भारत फील्‍ड प्रशिक्षण अभ्‍यास में संयुक्तराष्ट्र अधिदेश के तहत मानवीय बंकर सहायता और शांतिरक्षक ऑपरेशन में एक दूसरे के साथ मिलकर काम करने में लगे राष्ट्रों की प्रतिबद्धता और क्षमताओं को दर्शाया गया। इस अभ्यास में तीन अफ्रीकी देशों यानी डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, रवांडा और मोजांबिक के पर्यवेक्षकों ने भी भाग लिया। अभ्यास के बाद औंध सैन्य स्टेशन पर फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के तत्वावधान में उपकरण प्रदर्शित किया गया। जनरल बिपिन रावत और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने आयुध कारखाने, रक्षा एवं अनुसंधान विकास संगठन, प्रमुख निजी क्षेत्र की कंपनियों और स्टार्टअप उद्योगों सहित विभिन्न एजेंसियों के अपने देश में विकसित रक्षा संबंधी नवीनतम 11 से अधिक श्रेणियों के उपकरण, सिस्टम और वाहन देखे।
जनरल बिपिन रावत ने इस अवसर पर कहा कि प्रशिक्षण अभ्यास में सभी भागीदार देशों के सैनिकों की भागीदारी से एक शानदार सफलता मिली है, जो त्रुटिहीन प्रशिक्षण मानकों और आपसी सहयोग को दर्शाती है। उन्होंने भाग लेने वाले देशों को एफिंडेक्‍स-2019 के दौरान उत्साह और जोश प्रदर्शित करने के लिए बधाई दी। उन्होंने भाग लेने वाले देशों के सैन्‍य दलों और रक्षा प्रशिक्षकों के साथ भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि सैन्‍यदलों के बीच सामाजिक संबंधों से भौगोलिक सीमाओं के पार बेहतर पारस्परिक संबंधों और मित्रता के संबंधों को विकसित करने में मदद मिली है और भाग लेनेवाले देशों के बीच शांति, समृद्धि, अंतर्राष्ट्रीय भाईचारे और विश्वास के मूल्यों को बढ़ावा देने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण आयोजन रहा है।

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