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Friday 29 March 2019 03:10:43 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार में वाणिज्य सचिव डॉ अनूप वधावन ने दिल्ली से वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए ब्लॉकचेन आधारित कॉफी ई-मार्केटप्लेस का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इस प्रायोगिक परियोजना से किसानों को पारदर्शी ढंग से बाज़ार से जोड़ने में मदद मिलेगी और कॉफी उत्पाद को उचित मूल्य की प्राप्ति होगी। डॉ अनूप वधावन ने कहा कि ब्लॉकचेन से कॉफी उत्पादकों और खरीदारों के बीच की परतें कम होंगी और किसानों को अपनी आमदनी दोगुनी करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि यह परियोजना केन्या के नेरोबी से अंतर्राष्ट्रीय कॉफी संगठन के कार्यकारी निदेशक होजे दोतेरसेत्ते ने समानांतर रूपसे आरंभ की थी। इस अवसर पर केन्या में भारत के उच्चायुक्त राहुल छाबरा भी उपस्थित थे।
भारत दुनिया का एक मात्र ऐसा देश है, जहां कॉफी छाया में उगाई जाती है, उसे हाथ से तोड़ा जाता है और धूप में सुखाया जाता है। यहां उगाई जानेवाली कॉफी दुनिया की सबसे बेहतरीन कॉफी में शुमार है। भारत में कॉफी के छोटे उत्पादक हैं, जहां दुनिया के जैवविविधता के दो प्रमुख भारतीय क्षेत्रों पश्चिमी और पूर्वी घाटों में राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभ्यारण्यों से सटे इलाकों के जनजातीय किसान कॉफी उगाते हैं। विश्व बाज़ार में भारतीय कॉफी की बहुत मांग है और यह प्रीमियम कॉफी के रूपमें बेची जाती है, लेकिन बदले में भारतीय किसानों को बहुत कम आमदनी होती है। भारतीय कॉफी की ट्रेडिंग के लिए ब्लॉकचेन आधारित मार्केटप्लेस ऐप का उद्देश्य भारतीय कॉफी के व्यापार में पारदर्शिता लाना है। इस पहल से भारतीय कॉफी की ब्रैंड इमेज तैयार करने में मदद मिलेगी और खरीदारों तक सीधी पहुंच कायम होने से कॉफी उत्पादकों की बिचौलियों पर निर्भरता कम होगी।